गोरखपुर कांड: आरोपी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जगह उन्हें बचाने में जुटे थे आला अधिकारी? वीडियो वायरल
कारोबारी मनीष गुप्ता मौत मामले में एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी पीड़ित परिवार से आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कराने की बात कह रहे हैं। हालांकि मृतक की पत्नी मीनाक्षी आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग पर अड़ी हुई है।
वीडियो में पुलिसकर्मी को साफ कहते हुए देखा जा सकता है कि कानून जो है, उस पर आपको भी विश्वास रखना चाहिए और हमें भी। हम दोनों ही लोग कानून को मानते हैं। एक बार मुकदमा होने के बाद आपको अंदाजा नहीं है, सालों तक कोर्ट में चलता रहेगा। इनका पहले से तो कोई झगड़ा नहीं था, वो वर्दी पहनकर गए। झगड़ा बीच में हुआ, उसका कारण भी मैंने आपको दिया है। इसलिए हम आपकी बात सुन रहे हैं।”
ये आदित्यनाथ सरकार के अधिकारी हैं।
कह रहे हैं “FIR न लिखवाओ वरना सालों साल केस चलेगा”
SP महोदय खुद मान रहे हैं “पुलिसवालों का पहले से कोई झगड़ा तो था नही” मतलब साफ़ है की एक निर्दोष व्यक्ति की बिना किसी जुर्म के हत्या कर दी गई। तो FIR क्यों नही? न्याय कैसे मिलेगा? pic.twitter.com/JvD2Fqnyrh— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) September 29, 2021
वीडियो में एक आईपीएस अधिकारी साफ कहते हुए दिख रहा है कि मैडम ने कहा निलंबित कर दीजिए तो मैंने कर दिया और तब तक बाहर नहीं आएंगे, जबतक उनको क्लीन चिट नहीं मिल जाए।
मीनाक्षी ने रखीं अपनी मांगें
मीनाक्षी ने कहा कि उनकी मांग है कि मामला फिलहाल कानपुर ट्रांसफर कर दिया जाए क्योंकि वह बार-बार गोरखपुर भागकर नहीं जा सकती हैं। इसके अलावा वह चाहती है कि उन्हें सरकारी नौकरी दी जाए। 50 हजार रुपये हर्जाना दिया जाए। मीनाक्षी ने कहा कि वह सीबीआई जांच नहीं चाहती हैं, चाहती हैं कि जांच एसआईटी टीम से कराई जाए।
आपको बता दें कि कारोबारी की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने सीएम से न्याय की गुहार करते हुए आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की थी, साथ ही होटल का लाइसेंस रद्द करने की मांग की है। मीनाक्षी गुप्ता ने कहा कि सीएम योगी ने हमारी मदद की है। दरअसल, कारोबारी मनीष गुप्ता अपने दोस्तों के साथ गोरखपुर धूमने आए थे जहां संदिग्ध हालत में उनकी मौत हो गई थी। परिजनों ने पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप लगाया था।