भारत ने असम में अतिक्रमण विरोधी अभियान पर गलत बयानबाजी को लेकर OIC को लताड़ा
भारत ने असम में अतिक्रमण विरोधी अभियान पर अपने बयान को लेकर इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) की जमकर खिंचाई की और कहा कि समूह को देश के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है।
बागची ने एक बयान में कहा, “भारत अत्यंत खेद के साथ नोट करता है कि इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) ने एक बार फिर भारतीय राज्य असम में दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक बयान जारी करके भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने का फैसला किया।”
पिछले महीने, असम के दरांग जिले में लगभग 4,500 बीघा भूमि पर कब्जा करने वाले लगभग 800 परिवारों को राज्य सरकार के “अवैध अतिक्रमण” के खिलाफ अभियान के तहत बेदखल कर दिया गया था। अभियान के दौरान दो नागरिकों की मौत हो गई और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
Continuing our drive against illegal encroachments, I am happy and compliment district administration of Darrang and @assampolice for having cleared about 4500 bigha, by evicting 800 households, demolishing 4 illegal religious structures and a private instn at Sipajhar, Darrang. pic.twitter.com/eXG6XBNH6j
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) September 20, 2021
3 अक्टूबर को, ओआईसी जनरल सचिवालय ने एक बयान में अभियान की आलोचना की और आरोप लगाया कि यह मुस्लिम समुदाय के खिलाफ एक अभियान का हिस्सा था।
उसने कहा, “ओआईसी के महासचिव ने संकेत दिया कि मीडिया रिपोर्ट शर्मनाक हैं और भारत गणराज्य में सरकार व अधिकारियों द्वारा एक जिम्मेदार रुख की मांग करते हैं।”