‘राजनेता होने का मतलब यह नहीं है कि आप किसी को फॉर्च्यूनर से कुचल दें’

sutant dev singh

लखीमपुर खीरी हिंसा पर भारी प्रतिक्रिया के बीच उत्तर प्रदेश इकाई के भाजपा प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपने व्यवहार से लोगों का विश्वास जीतने का आग्रह करते हुए कहा कि एक राजनीतिक नेता होने का मतलब यह नहीं है कि हम फॉर्च्यूनर के नीचे किसी को कुचल सकते हैं।

यह टिप्पणी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष को पिछले सप्ताह लखीमपुर खीरी हिंसा के दौरान चार किसानों को कथित रूप से चलाने के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार किए जाने के बाद आई है।

3 अक्टूबर को यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में किसानों के विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद चार किसानों सहित आठ लोगों की जान चली गई थी। यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का विरोध कर रहे किसानों को कथित तौर पर उन वाहनों में से एक ने कुचल दिया, जिनमें भाजपा कार्यकर्ता थे।

यूपी बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा की बैठक में बोलते हुए सिंह ने कहा, “हम राजनीति में (लोगों) को लूटने के लिए नहीं आए हैं, न ही हम किसी फॉर्च्यूनर (एसयूवी) के तहत किसी को कुचलने आए हैं। आपको अपने व्यवहार से वोट मिलेगा। अगर तुम्हारे मुहल्ले के 10 लोग तुम्हारी तारीफ कर रहे हैं, मेरा दिल (गर्व से) फूल जाता है। तुम्हारा व्यवहार ऐसा होना चाहिए कि लोग तुम्हें देखकर मुंह न मोड़ें?”

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हुई हिंसा ने राज्य में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार की विपक्ष की आलोचना के साथ एक बड़े राजनीतिक तूफान को जन्म दिया।