जम्मू-कश्मीर: NIA ने कई स्थानों पर की छापेमारी, लश्कर-जैश-हिज़बुल मुजाहिदीन के आतंकी निशाने पर
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर और अन्य प्रमुख शहरों में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिज़बुल मुजाहिदीन, अल बद्र के हिंसक आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश के मामले में जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर तलाशी ली है। घाटी में आम नागरिकों की हत्या के सिलसिले में एनआईए लगातार कार्रवाई कर रही है और लोगों से पूछताछ भी की जा रही है। एनआईए द्वारा यहां छापेमारी की जा रही है। जिनके यहां छापे पड़े हैं, उन पर परोक्ष या अपरोक्ष तौर पर आतंकियों की मदद करने का आरोप है। ऐसे कई लोगों की प्रॉपर्टी भी जब्त की गई हैं। कुछ लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
National Investigation Agency conducts searches at multiple locations in Jammu & Kashmir in terrorism conspiracy case relating to conspiracy for undertaking violent terrorist acts in J&K & other major cities by Laskhar-e-Taiba, Jaish-e-Mohammed, Hizb-ul-Mujahideen (HM)& Al Badr.
— ANI (@ANI) October 22, 2021
एनआईए ने आतंकवादियों के 4 सहयोगियों के गिरफ्तार किया
एनआईए ने बीते बुधवार को जम्मू-कश्मीर के चार जिलों में कई स्थानों पर तलाशी ली और आतंकवाद की साजिश के मामले में आतंकवादियों के चार कथित सहयोगियों को गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि जांच एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर, पुलवामा, कुलगाम और बारामूला जिलों में 11 स्थानों पर तलाशी ली। कुलगाम से सुहैल अहमद थोकर, श्रीनगर से कामरान अशरफ रेशी, रयद बशीर और हनान गुलजार डार को गिरफ्तार किया गया है।
एनआईए अधिकारी ने कहा कि यह मामला लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम) और अल बद्र समेत विभिन्न प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) तथा पीपल अगेंस्ट फासिस्ट फोर्सेज (पीएएफएफ) जैसे उनके सहयोगी संगठनों के कैडरों द्वारा जम्मू-कश्मीर के प्रमुख शहरों में हिंसक आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने की साजिश से संबंधित है।
एनआईए ने 10 अक्टूबर को मामला दर्ज करने के बाद से अब तक नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारी ने कहा कि तलाशी में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की बरामद और जब्ती हुए हैं। जेहादी दस्तावेजों / पोस्टरों के अलावा अन्य सामान भी जब्त किया गया है। एनआईए अधिकारी ने कहा कि चारों आरोपी विभिन्न प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के सहयोगी / ओजीडब्ल्यू (ओवर ग्राउंड वर्कर) हैं और आतंकवादियों को साजो-सामान तथा सामग्री सहायता प्रदान करते रहे थे। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है।