16 नवंबर से जनता के लिए खुल जाएगा भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे
बहुप्रतीक्षित पूर्वांचल एक्सप्रेसवे अगले सप्ताह 16 नवंबर से जनता के लिए खुल जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 2.30 बजे सुल्तानपुर के कुडेभर हवाई पट्टी पर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 9 जिलों यानी (पश्चिम से पूर्व की ओर) लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगा। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की आधारशिला 14 जुलाई 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखी गई थी।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को वाराणसी-आजमगढ़ हाईवे से अलग लिंक रोड के जरिए जोड़ा जाना है। UPEIDA गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का भी निर्माण कर रहा है, जो गोरखपुर जिले के जैतपुर गांव को आजमगढ़ जिले के सलारपुर गांव में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का भी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की तरह भारतीय वायु सेना के विमानों के लिए एक आपातकालीन रनवे के रूप में उपयोग किया जाएगा। यह भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों को आपात स्थितियों के लिए हवाई पट्टी के रूप में उपयोग करने की अनुमति देगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उपयोग करने वाले यात्रियों को शुरू में कोई टोल शुल्क नहीं देना होगा। सरकार को उम्मीद है कि इस एक्सप्रेस-वे से टोल के रूप में उसे सालाना 202 करोड़ रुपये मिलेंगे। प्रति किमी टोल की दर और टोल टैक्स दोनों छोर पर टोल प्लाजा से आवाजाही पर लगाया जाएगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का कुल परियोजना मूल्य 22,494 करोड़ रुपये है, जिसमें भूमि अधिग्रहण की लागत भी शामिल है। गौरतलब है कि वाहनों की गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई है।