नौसेना में शामिल हुई चौथी स्कॉर्पीन क्लास सबमरीन वेला, नेवी चीफ करमबीर सिंह बोले- चीन और पाकिस्तान पर नजर
नौसेना की चौथी स्कॉर्पीन क्लास की सबमरीन वेला को कमीशन कर दिया गया है. INS वेला (INS Vela) के शामिल होने से नौसेना की ताकत में इजाफा होगा. इस मौके पर नौसेनाध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा कि ये चौथी सबमरीन है. कोविड की वजह से कुछ परेशानी हुई थी, लेकिन हमारी टीम ने बहुत मेहनत की.
नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा INS वेला में पनडुब्बी संचालन के पूरे स्पेक्ट्रम को शुरू करने की क्षमता है. आज की गतिशील और जटिल सुरक्षा स्थिति को देखते हुए, इसकी क्षमता और मारक क्षमता भारत के समुद्री हितों की रक्षा के लिए नौसेना की क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
चीन-पाकिस्तान के ऑपरेशन पर करीब से नजर
उन्होंने कहा कि बतौर नेवी चीफ मैं सभी का शुक्रिया करता हूं. उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल के दौरान LAC पर हालात थे और कोविड की चैलेंज था. उसके बावजूद हम दूसरे देशों से लिक्विड ऑक्सीजन लाए. साथ ही उनकी मदद भी की. हम चीन और पाकिस्तान के बीच रक्षा सहयोग पर करीब से नजर रख रहे हैं. नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा कि चीन से पाकिस्तान द्वारा हाल ही में की गई खरीद में बदलाव आ सकता है, इसलिए हमें सतर्क रहने की जरूरत है.
INS Vela, the fourth Scorpene-class submarine, commissioned into the Indian Navy, in the presence of Chief of Naval Staff Admiral Karambir Singh, at the naval dockyard in Mumbai pic.twitter.com/7sfdO8t1FI
— ANI (@ANI) November 25, 2021
प्रोजेक्ट 75 के तहत 6 सबमरीन का निर्माण
प्रोजेक्ट 75 के तहत 6 पनडुब्बियों का निर्माण होना है, जिसमें से पहले ही 3 सबमरीन कमीशन की जा चुकी थीं और आज ये चौथी सबमरीन कमीशन की गई. नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह ने गुरुवार सुबह इसे कमीशन किया. जब दुश्मन से निपटने की बात आती है तो आईएनएस वेला को आधुनिक और अपनी ताकत के लिए जाना जाता है. सबमरीन में एडवांस एकॉस्टिक साइलेंसिंग टेक्नीक का इस्तेमाल किया गया है. रेडिएटिड नॉइस लेवल भी इसमें कम है. सबमरीन का स्वरूप हाइड्रो-डायनामिक है. सटीक गाइडेड निशाना लगाने की ताकत रखने वाली ये सबमरीन दुश्मन को अपंग बना सकती है.