September 22, 2024

उत्तराखण्ड 2022ः द्वाराहाट सीट पर मिल सकती कांग्रेस और भाजपा को बड़ी चुनौती

अल्मोड़ा। उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक दल शिद्दत से जुटे हैं। कहीं कोई कमी ना रह जाय इसलिए बूथ लेवल तक फोकस किया जा रहा है। वैसे तो पूरे प्रदेश में बड़ा मुकाबला दो राष्ट्रीय दलों भाजपा और कांग्रेस में ही होना है। लेकिन प्रदेश की द्वाराहाट सीट प्रदेश की उन चंद सीटों में शुमार है जहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है। यहां पर प्रदेश का एकमात्र क्षेत्रीय दल यूकेडी राष्ट्रीय दलों को कड़ी टक्कर दे सकती है।

द्वाराहाट विधानसभा सीट अल्मोड़ा जिले के तहत पड़ती है। जहां 2017 में भारतीय जनता पार्टी के नेता महेश नेगी ने जीत दर्ज की थी। 2017 में द्वाराहाट में कुल 43.21 प्रतिशत वोट पड़े। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मदन सिंह बिष्ट को 6593 वोटों के मार्जिन से हराया था।

राज्य गठन के बाद इस विधानसभा सीट के इतिहास पर गौर करें तो यहां 2002 में उक्रांद के नेता विपिन चन्द्र त्रिपाठी विधानसभा पहुंचने में कामयाब हुए थे। इसके बाद साल 2007 में यूकेडी नेता पुष्पेश त्रिपाठी द्वाराहाट से विधायक रहे। साल 2012 में कांग्रेस नेता मदन सिंह बिष्ट विधान सभा पहुंचे। 2017 के चुनाव में मोदी लहर के चलते महेश नेगी यहां से विधायक बनने में कामयाब रहे है। इस प्रकार देखे तो यहां की जनता ने दो बार यूकेडी पर भरोसा जताया। तो बारी-बारी से कांग्रेस और भाजपा को भी अपनी नुमाइंदगी सौंपी।

चुनाव को लेकर ग्राउण्ड जीरो पर प्रचार के साथ ही जीत के लिए राजनीतिक गुणा-भाग भी चलने लगा है। हालाकि अभी तक किसी भी राजनैतिक दल ने अभी अपने उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है। लिहाजा राजनीतिक पार्टियों अपने किने उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगायेगी। यह कहना अभी जल्दबाजी होगी।
देखा जाए तो इस विधानसभा में अभी तक दावेदारों की लंबी-चौड़ी लिस्ट है। कांग्रेस की तरफ से पूर्व विधायक मदन सिंह बिष्ट जहां दमखम के साथ चुनाव प्रचार में जुटे हैं, वहीं भाजपा से मौजूदा विधायक महेश नेगी, अनिल शाही, कैलाश भट्ट, आशुतोष शाही चुनाव मैदान में खड़े हैं।

उधर यूकेडी से पुष्पेश त्रिपाठी तो निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भूपाल सिंह ‘पप्पू भंडारी’ चुनाव मैदान में डटे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा और कांग्रेस से पार्टी हाईकमान किसके नाम पर मुहर लगाता है। कांग्रेस की बात करें तो इस विधानसभा सीट से पूर्व विधायक मदन सिंह बिष्ट ही प्रबल दावेदार हैं और पार्टी एक बार फिर उन्हें मैदान में उतारने की तैयारी में है।

भाजपा से दावेदारों की सूची लंबी है ऐसे में पार्टी को यहां से प्रत्याशी घोषित करने में खासी मशक्कत करनी पड़ सकती है। सूत्रों की मानें तो टिकट को लेकर दावेदारी कर रहे भाजपाई पार्टी में अच्छी पकड़ रखते हैं और हर कोई टिकट को लेकर आश्वस्त दिख रहा है। हालांकि पार्टी का टिकट किसके हाथ लेगा ये अभी समय के गर्भ में है।

बावजूद इसके टिकट की दावेदारी करने वाले नेता क्षेत्र में जनसम्पर्क में जुटे हुए हैं। विधानसभा में चुनाव प्रचार भी चरम पर चल रहा है। कांग्रेस के पूर्व विधायक मदन सिंह बिष्ट गांव-गांव पहुंचकर लोगों से संपर्क साध रहे हैं और कांग्रेस की नीतियों-रीतियों को लोगों को बता रहे हैं। बिष्ट समर्थक भी चुनाव प्रचार में डटे हुए हैं।

वहीं भाजपा से मौजूदा विधायक महेश नेगी, अनिल शाही और कैलाश भट्ट लगातार चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। सभी लोग गांव-गांव, घर-घर पहुंचकर भाजपा की नीतियों को गिनाकर वोटरों को अपने पक्ष में लुभाने में जुटे हुए हैं।

उधर समाजसेवक के रूप में अपनी खासी पहचान बना चुके निर्दलीय भूपाल सिंह ‘पप्पू भंडारी’ भी अपने समर्थकों संग प्रचार में लगे हैं। बता दें कि पप्पू भंडारी ने पिछले चुनावों में भी अपनी किस्मत आजमाई थी और वह इस बार भी चुनाव मैदान में उतरने को तैयार दिखाई दे रहे हैं। वहीं यूकेडी का प्रचार भी जोर-शोर से चल रहा है।


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