पूर्वांचल के बाद आज वेस्ट यूपी को साधेंगे अमित शाह और सीएम योगी, सहारनपुर को देंगे विश्वविद्यालय की सौगात
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राज्य की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने राज्य के सभी कोनों में अपने किलों को मजबूत करने की कवायद तेज कर दी है. वहीं अभी तक अवध और पूर्वांचल में बड़ी रैलियां कर चुके केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह पश्चिम उत्तर प्रदेश को साधने के लिए सहारनपुर में रैली करेंगे. केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के बड़े रणनीतिकार अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को सहारनपुर पहुंच रहे हैं और वहां पर दोनों नेता सिद्धपीठ मां शाकुंभरी देवी राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे और इसके बाद जनसभा को संबोधित करेंगे.
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार योगी आदित्यनाथ स्टेट प्लेन से सुबह 11.55 बजे सरसावा एयरफोर्स स्टेशन परिसर में उतरेंगे और वहां से वह हेलीकॉप्टर के जरिए प्रस्तावित मां शक्तिपीठ परिसर में बने हेलीपैड पर पहुंचेंगे. जबकि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह दोपहर करीब 12.10 बजे हेलीकॉप्टर से प्रस्तावित विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचेगे. इसके बाद दोनों नेता मां शक्तिपीठ देवी विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित करेंगे. जानकारी के मुताबिक गृह मंत्री करीब 02.35 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे और इसके बाद मुख्यमंत्री 2.55 बजे स्टेट प्लेन से लखनऊ वापस लौटेंगे.
सुरक्षा का लिया जाएजा
वहीं केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी के शिलान्यास कार्यक्रम और जनसभा को देखते हुए एडीजी राजीव सबरवाल ने अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि पार्किंग स्थल से लेकर रैली स्थल तक किसी भी आम आदमी को किसी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए और इसके लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. एडीजी राजीव सबरवाल बुधवार सुबह गृहमंत्री और सीएम की रैली को लेकर रैली स्थल पर पहुंचे और उन्होंने रैली स्थल के पास पार्किंग की सभी व्यवस्थाएं देखीं.
रैली से पहले बीजेपी ने बीएसपी को दिया झटका
वहीं आज होने वाली रैली से पहले ही बीजेपी ने बीएसपी को पश्चिम यूपी में बड़ा झटका दिया है. मंगलवार को ही बीएसपी के पूर्व विधायक ने बीजेपी का दामन थामा है. आज गृहमंत्री और सीएम की रैली में पूर्व विधायक जगपाल सिंह बड़ी संख्या में दलितों के साथ रैली स्थल पर पहुंचेंगे. असल में देहात विधानसभा से विधायक रहे जगपाल सिंह बीएसपी छोड़कर बीजेपी भाजपा में शामिल हो गए थे और इस सीट को कभी बीएसपी का गढ़ माना जाता था और जगपाल तीन बार विधायक रहे हैं.