एसपी-आरएलडी में फंसा सीटों के बंटवारे का पेंच! सात दिसंबर को मेरठ में नहीं होगा ऐलान
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के बीच गठबंधन होना तय माना जा रहा है. हालांकि इसका आधिकारिक तौर पर ऐलान नहीं किया गया है. लेकिन दोनों ही दलों के बीच में अभी तक सबसे बड़ा मुद्दा सीटों के बंटवारे को लेकर है. लिहाजा गठबंधन को लेकर पूरी तरह से सहमति बनने के बाद भी सीटों के बंटवारे का पेंच नहीं सुलझ पा रहा है. वहीं कहा जा रहा है कि मेरठ में मंगलवार को होने वाली रैली में दोनों ही दल इसका ऐलान नहीं करेंगे. जबकि पहले ये कहा जा रहा था कि दोनों दलों के नेता मेरठ में इसका ऐलान कर गठबंधन पर मुहर लगाएंगे.
असल में चर्चा है कि दोनों दलों का शीर्ष नेतृत्व टिकट के दावेदार से खफा है और दोनों ही दलों के नेताओं को लगता है कि टिकट न मिलने की स्थिति में बगावत हो सकती है. लिहाजा वह सीटों के बंटवारे को लेकर सभी पहलूओं पर चर्चा कर आगे बढ़ना चाहते हैं. वहीं कल मेरठ के दबथुआ में एसपी और आरएलडी की बड़ी चुनावी रैली होने जा रही है और इस रैली में एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी शामिल होंगे. दोनों नेता हिंडन एयरपोर्ट से एक साथ रैली स्थल तक जाएंगे और वहां रैली को संबोधित करेंगे. पश्चिम उत्तर प्रदेश में ये अखिलेश यादव की हाल के दिनों में पहली बड़ी रैली है. वह विजय रथ यात्रा के जरिए पूरे यूपी को साधने में जुटे हैं और पूर्वांचल से लेकर बुंदेलखंड तक यात्रा कर चुके हैं.
किसानों के जरिए खुद की जमीन तैयार कर रही है आरएलडी
वहीं कृषि विरोधी कानून के जरिए आरएलडी अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने में जुटी है और पश्चिमी यूपी के विशेष प्रभाव वाले जिलों में बड़ी संख्या में टिकट के दावेदार हैं. वहीं एसपी और आरएलडी के गठबंधन के बाद नेताओं को लग रहा है कि जीत पक्की हो सकती है. लिहाजा दोनों ही दलों में टिकट पाने वालों की कतार लगी है. वहीं आरएलडी में एक सीट पर कई दावेदार हैं, लिहाजा वह गठबंधन में ज्यादा सीटें लेना चाहता है जबकि एसपी इसके लिए तैयार नहीं है. वह तीन दर्जन से ज्यादा सीट आरएलडी को नहीं देना चाहती है.
मेरठ रैली के बाद होगा सीटों का बंटवारा
जानकारी के मुताबिक सात दिसंबर को मेरठ में दोनों की संयुक्त रैली में किसी भी तरह का ऐलान नहीं किया जाएगा और रैली के बाद सीटों के बंटवारे पर फैसला किया जाएगा. एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और आरएलडी प्रमुख चौधरी जयंत सिंह इस रैली को संबोधित करेंगे और कहा जा रहा है कि रैली के बाद संभावित उम्मीदवारों के नामों पर फैसला करने के बाद उन्हें सार्वजनिक किया जाएगा.