September 22, 2024

लखीमपुर खीरी हिंसा और सांसदों के निलंबन पर संसद में विपक्ष का हंगामा, दोनों सदन स्थगित

राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही स्थगित हो गई है. बुधवार को राज्यसभा में 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित किया गया था. वहीं, लोकसभा में आज लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर हंगामा हुआ जिसके बाद सदन को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.

लखीमपुर खीरी कांड को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया था. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, हम मांग करेंगे कि सरकार गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करे. साथ ही उन्होंने बताया कि राहुल गांधी आज इस विषय पर सदन में बात रखने की कोशिश करेंगे. टीएमसी के राज्यसभा सांसद सुष्मिता देव ने भी रूल 267 के तहत लखीमपुर खीरी मामले पर चर्चा की मांग की है. यानी आज विपक्ष लखीमपुर खीरी मामले पर सदन में हंगामा कर सकता है.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार को लोकतंत्र में चर्चा और असहमति के संदर्भ में ट्यूशन लेने की जरूरत है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘लोकतंत्र में बहस व असहमति का महत्व-इस विषय पर मोदी सरकार को ट्यूशन की ज़रूरत है.’

अपडेट्स…

> विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच राज्यसभा को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. सांसद सदन के वेल तक पहुंच गए थे.

> राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है.

> राज्यसभा के बाद लोकसभा में भी विपक्षी हंगामे के बाद सदन को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. लोकसभा में कांग्रेस के सांसदों ने लखीमपुर खीरी मामले पर बहस की मांग की और इस दौरान हंगामा किया. इसके बाद लोकसभा को स्थगित कर दिया गया.

> कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी सांसद लगातार लखीमपुर खीरी मामले को लेकर गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग करते हुए वेल में नारे लगा रहे थे.

> सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के बाद राज्यसभा स्थगित हो गया है.

बीजेपी राज्यसभा सांसदों ने आज सदन के बाहर प्रदर्शन किया. बीजेपी सांसदों ने कांग्रेस सहित विपक्षी दलों पर सदन ना चलने देने का आरोप लगते हुए उनके द्वारा लगातार काम को बाधित करने का आरोप लगाया है.

पहले दिन से चल रहा धरना

राहुल गांधी ने राज्यसभा के 12 निलंबित सदस्यों के समर्थन में निकाले जाने वाले मार्च में शामिल होने से पहले सरकार पर यह आरोप लगाया. गत मॉनसून सत्र में ‘अशोभनीय आचरण’ के लिए पिछले 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था. निलंबन के बाद से ये सांसद संसद की कार्यवाही के दौरान प्रतिदिन सुबह से शाम तक संसद परिसर में धरना दे रहे हैं.

रंजन गोगोई के खिलाफ कई विपक्षी दल

टीएमसी, कांग्रेस, सीपीआईएम के बाद अब शिवसेना और यूनियन मुस्लिम लीग ने भी राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव दिया है. ये प्रस्ताव उनके सदन में भाग लेने को लेकर की गई टिप्पणी के खिलाफ किया गया है.

जस्टिस रंजन गोगोई ने एक इंटरव्यू के दौरान राज्यसभा में उनकी बेहद कम उपस्थिति को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा था, ‘मुझे जब मन होगा तब मैं राज्यसभा जाऊंगा. मैं मनोनित सदस्य हूं और कोई पार्टी मुझे राज्यसभा जाने के लिए विवश नहीं कर सकती.’

विपक्षी पार्टियों ने गोगोई के इस बयान को सदन की अवमानना बताया और नोटिस जारी करते हुए कहा कि यह बयान सदन की प्रतिष्ठा के महत्व को कम करता है. विपक्ष ने कहा, उन पर विशेषाधिकारों के हनन का मामला भी बनता है. गोगोई ने कहा था, ‘मैं मनोनित सदस्य हूं, मैं किसी पार्टी व्हिप से बंधा हुआ नहीं हूं. ऐसे में व्हिप मुझ पर लागू नहीं होते. कोई भी राजनीतिक दल मुझे सदन आने के लिए मजबूर नहीं कर सकती.’


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