शुरू हुई अगले CDS के चयन की प्रक्रिया, तीनों सेनाओं में तालमेल के लिए जनरल नरवणे ने संभाला COSC प्रमुख का पद
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को जानकारी दी कि अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. हालांकि, इसपर फैसला कब तक होगा इस संबंध में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है. गौरतलब है कि देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए एक हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया था.
जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद से अगले सीडीएस के नाम पर चर्चा होने लगी है. कहा जा रहा है कि तीनों सेना प्रमुख में से ही देश का अगला सीडीएस चुना जा सकता है. इस बीच, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने फिलहाल के लिए सीडीएस की कुछ जिम्मेदारियों को चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष के रूप में संभाल लिया है. चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी में थल सेना, नौसेना और वायु सेना के प्रमुख शामिल हैं. यह समिति सैन्य मुद्दों को तय करने वाली मुख्य संस्था है.
तीनों सेनाओं के प्रमुखों में जनरल नरवणे सबसे वरिष्ठ
जनरल रावत के कार्यभार संभालने के साथ 1 जनवरी 2020 को सीडीएस का पद सृजित किया गया था. सीडीएस को समिति के स्थायी प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था. जनरल रावत की मृत्यु के बाद जनरल नरवणे ने COSC का पद संभाला है क्योंकि वह सेवारत प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ हैं. सूत्रों ने बताया कि तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से जनरल नरवणे के सबसे वरिष्ठ होने के चलते उन्हें कमेटी के अध्यक्ष का पदभार सौंपा गया है.
तीनों सेनाओं के बीच तालमेल रखने का काम करती है COSC
सीडीएस पद के गठन से पहले आमतौर पर तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से सबसे वरिष्ठ को ‘चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी’ के अध्यक्ष का पदभार सौंपा जाता था. हालांकि इसके चेयरमैन के पास कोई खास शक्ति नहीं होती, बस वह तीनों सेनाओं के बीच तालमेल करता है. गौरतलब है कि जनरल रावत के निधन के बाद जनरल नरवणे सबसे वरिष्ठ हैं. जनरल नरवणे का नाम सीडीएस की रेस में भी आगे है. हालांकि, अभी सरकार ने इस बारे में कोई जिक्र नहीं किया है.