September 22, 2024

साल 2021-ममता बनर्जी से लेकर ओवैसी तक, नेताओं के वो 5 सबसे विवादित बयान, जिनपर देश में खूब हल्ला मचा

साल 2021 में देशभर में खूब बयानबाजी हुई. इस दौरान कुछ नेताओं ने ऐसे विवादित बयान दे दिए, जिनपर काफी बवाल मचा. इनमें ममता बनर्जी से लेकर कर्नाटक कांग्रेस के विधायक तक का नाम शामिल है.

असदुद्दीन ओवैसी- ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने 9 सितंबर को उत्तर प्रदेश में विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था, '100 साल पुरानी मस्जिद को और रातों रात उस मलबे को उठाकर फेंक दिया गया. और तोड़ने की वजह क्या बताई गई, कि एसडीएम साहब का घर बाजू में था. उन्हें अजान से तकलीफ होती थी. तो उन्होंने कहा मस्जिद को तोड़ दो. तुम्हारे बाप की जागीर है ये.' उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था. उनके इस बयान के बाद शिकायत भी दर्ज की गई थी.
असदुद्दीन ओवैसी- ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने 9 सितंबर को उत्तर प्रदेश में विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था, ‘100 साल पुरानी मस्जिद को और रातों रात उस मलबे को उठाकर फेंक दिया गया. और तोड़ने की वजह क्या बताई गई, कि एसडीएम साहब का घर बाजू में था. उन्हें अजान से तकलीफ होती थी. तो उन्होंने कहा मस्जिद को तोड़ दो. तुम्हारे बाप की जागीर है ये.’ उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था. उनके इस बयान के बाद शिकायत भी दर्ज की गई थी.
ममता बनर्जी- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) नवंबर महीने में दिल्ली दौरे पर आई थीं. उन्होंने यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की. और उसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए विवादित बयान दे दिया. तृणमूल कांग्रेस की नेता बनर्जी ने कहा था, बीएसएफ को ज्यादा पावर देने से कानून एवं व्यवस्था में दिक्कत आती है. उन्होंने कहा था कि 'बीएसएफ की गोली से गरीब जनता मरती' है. बनर्जी के इस बयान का खूब विरोध हुआ था.
ममता बनर्जी- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी  नवंबर महीने में दिल्ली दौरे पर आई थीं. उन्होंने यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की. और उसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए विवादित बयान दे दिया. तृणमूल कांग्रेस की नेता बनर्जी ने कहा था, बीएसएफ को ज्यादा पावर देने से कानून एवं व्यवस्था में दिक्कत आती है. उन्होंने कहा था कि ‘बीएसएफ की गोली से गरीब जनता मरती’ है. बनर्जी के इस बयान का खूब विरोध हुआ था.
नवजोत सिंह सिद्धू- कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने 11 नवंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों का विरोध करते हुए विवादित बयान दे दिया था. उन्होंने कहा था, 'पंजाब की आय अन्य राज्यों की तुलना में सबसे कम है. जिसका 24 फीसदी हिस्सा कर्ज के ब्याज को देने में ही चला जाता है. कर्ज लेकर कर्ज उतारा जा रहा है. पंजाब की स्थिति बेहद खराब है. अगर हालात नहीं सुधरे, तो ग्रह युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो जाएगी.'
नवजोत सिंह सिद्धू- कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने 11 नवंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों का विरोध करते हुए विवादित बयान दे दिया था. उन्होंने कहा था, ‘पंजाब की आय अन्य राज्यों की तुलना में सबसे कम है. जिसका 24 फीसदी हिस्सा कर्ज के ब्याज को देने में ही चला जाता है. कर्ज लेकर कर्ज उतारा जा रहा है. पंजाब की स्थिति बेहद खराब है. अगर हालात नहीं सुधरे, तो ग्रह युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो जाएगी.’
केआर रमेश कुमार-  कर्नाटक कांग्रेस के विधायक और कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष केआर रमेश कुमार (Ramesh Kumar Karnataka) ने 16 दिसंबर को रेप को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था, 'जब बलात्कार होना ही है, तो लेटो और मजे लो.’ उनके इस बयान पर खूब बवाल मचा. महिला नेताओं ने जमकर इस बात की निंदा की. इस बीच हैरानी वाली एक बात ये भी रही कि जब रमेश कुमार ये बयान दे रहे थे, तब सब ठहाके मारकर हंस रहे थे.
केआर रमेश कुमार- कर्नाटक कांग्रेस के विधायक और कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने 16 दिसंबर को रेप को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था, ‘जब बलात्कार होना ही है, तो लेटो और मजे लो.’ उनके इस बयान पर खूब बवाल मचा. महिला नेताओं ने जमकर इस बात की निंदा की. इस बीच हैरानी वाली एक बात ये भी रही कि जब रमेश कुमार ये बयान दे रहे थे, तब सब ठहाके मारकर हंस रहे थे.
जीतन राम मांझी-  बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने ब्राह्मण विरोधी बयान दिया था. 19 दिसंबर को उनका एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें वह कहते हैं, 'आजकल गरीब तबके के लोगों में धर्म की परायणता ज्यादा आ रही है. सत्यनारायण भगवान की पूजा का नाम हम लोग नहीं जानते थे. **** अब हर जगह टोला में हम लोगों के यहां सत्यनारायण भगवान पूजा होती है. इतना भी शर्म लाज नहीं लगता है कि पंडित **** आते हैं और कहते हैं कि कुछ नहीं खाएंगे आपके यहां... बस कुछ नगद दे दीजिए. राम को हम नहीं मानते हैं. वो आदमी नहीं था. काल्पनिक है वो. पुजवा रहा है हमसे.'
जीतन राम मांझी- बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ब्राह्मण विरोधी बयान दिया था. 19 दिसंबर को उनका एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें वह कहते हैं, ‘आजकल गरीब तबके के लोगों में धर्म की परायणता ज्यादा आ रही है. सत्यनारायण भगवान की पूजा का नाम हम लोग नहीं जानते थे. **** अब हर जगह टोला में हम लोगों के यहां सत्यनारायण भगवान पूजा होती है. इतना भी शर्म लाज नहीं लगता है कि पंडित **** आते हैं और कहते हैं कि कुछ नहीं खाएंगे आपके यहां… बस कुछ नगद दे दीजिए. राम को हम नहीं मानते हैं. वो आदमी नहीं था. काल्पनिक है वो. पुजवा रहा है हमसे.’


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