September 22, 2024

पीएम सुरक्षा में सेंध: क्या होती है एसपीजी की ब्लू बुक? जिसकी अनदेखी की बात कर रहा है गृह मंत्रालय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पंजाब दौरे पर थे, जहां सड़क पर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों की वजह से उन्हें 15-20 मिनट तक जाम में फंसे रहना पड़ा. इसे पीएम सुरक्षा में सेंध माना जा रहा है और राजनीतिक दलों में भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. अब गृह मंत्रालय ने पंजाब पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है और मंत्रालय का कहना है कि पंजाब पुलिस ने ब्लू बुक नियमों का पालन नहीं किया है. अब पंजाब पुलिस सवालों के घेरे में है.

ऐसे में अब लोगों के मन में सवाल ये है कि आखिर ये ब्लू बुक क्या है, जिसकी अनदेखी की बात गृह मंत्रालय की ओर से की जा रही है. तो हम आपको बताते हैं कि आखिर ये ब्लू बुक क्या होती है और इसमें क्या लिखा होता है, जिसका पालन पंजाब पुलिस ने नहीं किया है.

क्या होती है ब्लू बुक?

ब्लू बुक एक तरह से गाइडलाइन का समूह है, जिसमें किसी वीवीआईपी की सुरक्षा को लेकर फॉलो किए जाने वाले नियमों की जानकारी लिखी होती है. अभी प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी के पास है और एसपीजी की ब्लू बुक के हिसाब से ही पीएम सिक्योरिटी का ख्याल रखा जाता है. इस ब्लू बुक में पीएम सिक्योरिटी में फॉलो की जाने वाली गाइडलाइन की पूरी जानकारी लिखी होती है और उसके हिसाब से ही प्रोटोकॉल तय होता है.

जैसे मान लीजिए पीएम कहीं जनसभा में जा रहे हैं तो वहां की सुरक्षा व्यवस्था कैसे होगी, पीएम सड़क मार्ग से जा रहे हैं तो उनकी रूट की व्यवस्था कैसे होगी, अगर हवाई मार्ग से जा रहे हैं तो किन नियमों का पालन किया जाएगा, इसके अलावा किसी बिल्डिंग में जा रहे हैं तो वहां सुरक्षा कैसे होगी, इन सभी बातों की जानकारी इस बुक लिखी गई है. इसके अलावा बुक में सुरक्षा जवानों की संख्या और अन्य प्रोटोकॉल की जानकारी भी लिखी होती है. इसलिए यह वो बुक है, जिसमें वीवीआईपी सुरक्षा से जुड़ी हर एक बात लिखी होती है.

बता दें कि सिर्फ एसपीजी को ही नहीं, बल्कि स्टेट पुलिस को भी इसके हिसाब से व्यवस्था करनी होती है और गाइडलाइन के हिसाब से पीएम का कार्यक्रम तय किया जाता है. इसी वजह से पंजाब पुलिस पर भी इसकी अनदेखी करने के आरोप लग रहे हैं.

एक येलो बुक भी होती है

ब्लू बुक के अलावा एक येलो बुक भी होती है, जिसमें वीआईपी लोगों की सुरक्षा को लेकर जानकारी होती है. जैसे सांसदों और मंत्रियों को किस तरह से सुरक्षा दी जाएगी और उनकी सिक्योरिटी में क्या इंतजाम किए जाएंगे, इसकी जानकारी येलो बुक में होती है.

पंजाब पुलिस ने किन नियमों को फॉलो नहीं किया

अधिकारी ने बताया, ‘ब्लू बुक के अनुसार, राज्य की पुलिस को किसी भी प्रतीकूल स्थिति, जैसी पंजाब में देखने को मिली, उस समय एक आकस्मिक मार्ग की तैयारी पहले से करके रखनी होती है.’ उन्होंने बताया कि इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी लगातार पंजाब पुलिस के संपर्क में थे और उन्हें प्रदर्शनों के बारे में बता दिया था और पंजाब पुलिस ने भी पूरी सुरक्षा का आश्वासन दिया था.

उन्होंने बताया कि एसपीजी के जवान पीएम के चारों ओर घेरा बनाकर रहते हैं लेकिन सुरक्षा के बाकी उपायों की जिम्मेदारी राज्य सरकार के हाथों में होती है. स्थिति में होने वाले बदलाव की जानकारी राज्य की पुलिस एसपीजी को देती है और उसी हिसाब से वीआईपी की गतिविधि बदली जाती है.


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