स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी और भाजपा के अन्य विधायक साइकिल पर हुए सवार
योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और धर्म सिंह सैनी ने शुक्रवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा पार्टी ज्वाइन की। इस कार्यक्रम में मौजूद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को छोड़कर जाने वाले भगवती प्रसाद सागर, विनय शाक्य, रोशनी लाल वर्मा, मुकेश वर्मा, बृजेश प्रजापति और चौधरी अमर सिंह समाजवादी पार्टी में शामिल हुए।
हाल ही में सत्ता छोड़ने वाले भाजपा के तीन मंत्रियों में से दो जहां मंच पर मौजूद थे, वहीं तीसरे दारा सिंह चौहान मंच पर नहीं थे।स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंच पर अखिलेश यादव को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया और अखिलेश यादव ने पगड़ी पहनाकर बीजेपी को छोड़ उनकी पार्टी में आने वाले सभी नेताओं का स्वागत किया।
After quitting BJP, MLAs Swami Prasad Maurya, Dharam Singh Saini, Bhagwati Sagar and Vinay Shakya join Samajwadi Party in presence of SP chief Akhilesh Yadav pic.twitter.com/Dz6M7yiRSk
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 14, 2022
इस कार्यक्रम के दौरान धर्म सिंह सैनी ने कहा कि 10 मार्च को एक बार फिर से समाजवादी झंडा लहरने वाला है। उन्होंने कहा, ”जो सम्मान आपने हमको दिया है, अपने परिवार का हिस्सा बना कर जो भाईचारा जो सामाजिकता आप में है, आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि 2022 में सीएम की शपथ दिलाएंगे और 2024 में प्रधानमंत्री की।”
उन्होंने कहा, ” बीजेपी के कुछ लोग कहते हैं कि 5 साल तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया, कुछ बददिमाग लोग ये कहते है कि बेटे के लिए पार्टी छोड़ी। बीजेपी ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य और केशव प्रसाद मौर्य की मुख्यमंत्री होंगे, लेकिन उसके बाद क्या किया, गोरखपुर से लाकर बैठा दिया और पिछड़े व ओबीसी के साथ छल किया। अब वह 80 और 20 का नारा देते हैं।”
स्वामी ने कहा, ”अब नारा है 85 और 15 का, उसमें भी बंटवारा है। अभी 69000 शिक्षकों की भर्ती हुई, क्या अनुसूचित जाति के लोग हिंदू नहीं है? क्या पिछड़ा वर्ग के हिंदू नहीं है? क्या 23 फिसदी वाला ही हिंदू है? अब तो अनुसूचित जनजाति पिछड़ा मजलूम यह सब हमारे साथ खड़े होंगे। लोहिया के साथ-साथ अंबेडकर की जाति का जमावड़ा हो गया।”