September 22, 2024

सपा ने हज हाउस बनवाया, हमने कैलाश मानसरोवर भवन : योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि सपा सरकार ने अपने शासनकाल में गाजियाबाद में हज हाउस बनवाया था, जबकि उनकी सरकार ने कैलाश मानसरोवर भवन की स्थापना कराई है।

दिन में आदित्यनाथ ने साहिबाबाद के कृष्णा डेंटल कॉलेज और नेहरू नगर के सरस्वती शिशु मंदिर में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया, इसके अलावा साहिबाबाद की राजीव कॉलोनी में घर-घर जाकर प्रचार किया।

उन्होंने कहा, “पहले हज हाउस गाजियाबाद में बना था। हमारी सरकार ने कैलाश मानसरोवर भवन का निर्माण किया। पहले माफिया व्यापारियों को परेशान करते थे, लेकिन अब कोई भी माफिया किसी भी व्यापारी, डॉक्टर या किसी गरीब व्यक्ति की संपत्ति हड़पने की हिम्मत नहीं कर सकता…।”

उन्होंने राज्य और केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा, “अतीत में गरीबों के लिए राशन उन तक नहीं पहुंचता था और यह खाद्यान्न माफिया के माध्यम से बांग्लादेश जाता था। लेकिन आज खाद्यान्न गरीबों तक पहुंच रहा है और 15 करोड़ लोगों को मिल गया है। ‘डबल इंजन’ सरकार में खाद्यान्न की दोहरी खुराक उपलब्ध है।”

गाजियाबाद में हज हाउस का उद्घाटन सितंबर 2016 में हुआ था, जबकि कैलाश मानसरोवर भवन का उद्घाटन दिसंबर 2020 में हुआ था।

आदित्यनाथ ने घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने के अपने वादे को लेकर समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उसके शासन में बिजली की आपूर्ति नहीं थी।

उन्होंने कहा कि सपा कई वादे कर रही है, यह जानते हुए कि वह चुनाव नहीं जीतेगी।

आदित्यनाथ ने कहा, “हमने युवाओं को टैबलेट वितरित किए और वे कह रहे हैं कि वे स्मार्ट फोन भी देंगे। वे जानते हैं कि वे सत्ता में नहीं आने वाले हैं, इसलिए वे कुछ भी और हर चीज का वादा कर रहे हैं।”

उन्होंने बुजुर्गों के लिए पेंशन योजना को लेकर भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा, “सपा-बसपा सरकारों के दौरान कोरोना वायरस नहीं था, लेकिन कर्फ्यू जरूर लगा था। हमारे जमाने में कोरोना है, लेकिन कर्फ्यू नहीं है. सार्वजनिक जीवन सामान्य है। क्या था 2017 से पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में क्या थे हालात? हर तरफ खौफ का माहौल था। कहीं शाम के वक्त कर्फ्यू जैसा माहौल हुआ करता था।”

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव सात चरणों में 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच होंगे और नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे। पहले चरण में गाजियाबाद जिले में मतदान होगा।


WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com