September 22, 2024

राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी बोले- कांग्रेस ना होती तो लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव चर्चा पर अपना जवाब दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने जहां विपक्षी पार्टियों पर हमला किया वहीं उन्होंने बताया कि कैसे कोरोना काल में अलग-अलग क्षेत्रों में काम किया गया। उन्होंने कहा कि लोग महामारी के इस समय में भारत की प्रगति के बारे में सवाल उठाते रहे लेकिन भारत ने सुनिश्चित किया कि 80 करोड़ नागरिकों को मुफ्त राशन मिले। यह भी सुनिश्चित किया गया कि गरीबों के लिए रिकॉर्ड घर बनाए जाएं, ये घर पानी के कनेक्शन से लैस हों। आपको बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने सोमवार को लोकसभा को संबोधित किया था।

प्रधानमंत्री मोदी ने भाषण की शुरुआत करते ही कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और आनंद शर्मा पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि खड़गे जी ने कुछ देश के लिए, कुछ दल के लिए, कुछ खुद के लिए काफी कुछ बातें बताई थीं। आनंद शर्मा जी ने भी उनको जरा समय की तकलीफ रही, लेकिन फिर भी उन्होंने कोशिश की है। उन्होंने कहा कि देश की उपलब्धियों को स्वीकारा जाए। मनोज झा जी ने राजनीति से भाषण परे होना चाहिए, इसकी सलाह दी। प्रसन्नाचार्य जी वीर बाल दिव और नेताजी से जुड़े कामों के बारे में भी विस्तार से सराहना की। डॉक्टर फौजिया खान जी ने संविधान की प्रतिष्ठा को लेकर विस्तार से चर्चा की। हर सदस्य ने अपने अनुभव के आधार पर अपनी राजनीतिक सोच के आधार पर और राजनीतिक स्थिति के आधार पर अपनी बातें हमारे सामने रखी हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में देश में जो कुछ भी गतिविधि हुई है उसका एक संक्षिप्त खाका पेश किया गया। देश आज आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। पिछले 75 सालों में देश को दिशा देने का गति देने का अनेक स्तर पर प्रयास हुए हैं। इनका लेखाजोखा लेकर जो अच्छा है उसे आगे बढ़ाना, जहां नए प्रयास करने की जरूरत है। देश जब आजादी के 100 साल मनाएगा, तो हमें देश को कहां ले जाना है, कैसे ले जाना है। इसके लिए यह महत्वपूर्ण समय है। हम सभी राजनेताओं ने देश को आने वाले 25 साल में कैसे ले जाना है, उस पर ध्यान केंद्रित करना है।

कोरोना वैक्सीनेशन के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार से भारत वैक्सीनेशन बनाने में, इनोवेशन में रिसर्च में और उसे लागू करने में जो काम किया है वह दुनिया के सामने हैं। आज 100 प्रतिशत डोज के लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स, हेल्थ वर्कर्स और वैज्ञानिक ने जो किया है उससे भारत की प्रतिभा तो बढ़ेगी ही साथ ही उनका हौसला भी बुलंद होगा।

पीएम ने कहा कि इस कोरोना काल में 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को लंबे समय तक मुफ्त राशन की व्यवस्था की गई। गरीब परिवारों को सरकार की तरफ से मुफ्त घर दिए गए। 5 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से जल पहुंचाने का काम कर रिकॉर्ड बना है। कोरोना काल में जब पहला लॉकडाउन लगाया गया तब बहुत समझदारी से, साहस के साथ गांव में किसानों को लॉकडाउन से मुक्त रखा गया। इसका परिणाम आया कि हमारे किसानों ने कोरोना के कालखंड में बंपर पैदावार की। इस दौरान एमएसपी पर भी रिकॉर्ड खरीदारी की गई। इसी कोरोना काल में इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े कई प्रोजेक्ट पूरे किए गए।

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प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि इस कोरोना काल में दुनिया को दवाई पहुंचाने की बात हो या पर्यावरण संरक्षण को लेकर पहल की बात हो, भारत के लीडरशिप की दुनिया में चर्चा है। जब संकट का काल होता है, चुनौतियां आपार होती है। दुनिया की शक्ति अपने बचाव में लगी होती है। ऐसे समय में मुझे अटल बिहारी जी कविता की पंक्ति याद आ रही है। व्याप्त हुआ बर्बर अंधियारा, किंतु चीरकर तम की छातीचमका हिंदुस्तान हमाराशत-शत आघातों को सहकरजीवित हिंदुस्तान हमारा…

विपक्षी पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों को भारत की निराशाजनक तस्वीर पेश करने में आनंद आ रहा है। जब इस तरह की निराशा देखता हूं तो मुझे लगता है कि सार्वजनिक जीवन में व्यक्ति निराशा को कम से कम देश पर नहीं थोपना चाहिए। हमारे यहां गुजरात में एक बात है, कहते हैं जब हरियाली होती है, खेत हरे भरे होते हैं और किसी ने वह हरी भरी हरियाली देखी हो और उसी समय दुर्घटनावश उसकी आंखें चली जाएं, तो जीवन भर उसे जो हरे वाला आखिरी वाला चित्र है, वह दिखता है। वैसा 2013 तक के जो दुर्दशा में गुजारा, और 14 में अचानक देश की जनता ने जो रोशनी की, उसमें आंखें किसी की चली गईं, पुराने दिन ही दिखते हैं।

पीएलआई का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अब लीडिंग मोबाइल मैन्युफैक्चरर बन गया है। जब इतने बड़े स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग जब छोटे एंव मझोले उद्योग की तरफ से हो रहा है, ऐसे में विदेशों से भी ऑर्डर मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आज इंजीनियरिंग के सामान की मांग बढ़ी है। यह MSMEs की ताकत को दर्शाता है। आज डिफेंस के सेक्टर में MSMEs सेक्टर के लोग आगे आ रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि ईपीएफओ पे रोल के जरिये 60 से 65 लाख 18 से 35 साल को रोजगार मिला। पीएम मोदी ने नैस्कॉम की रिपोर्ट का हवाला देते हुए नौकरियां बढ़ने का जिक्र भी किया। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के 19 देशों जहां यूरो करंसी है, वहां महंगाई ऐतिहासिक रूप से उच्चतम स्तर पर है। ऐसे समय भी भारत ने एक महंगाई को एक स्तर पर रोकने का प्रयास किया है। पीएम ने कहाकि 2014 से लेकर 2020 तक यह दर 4 से 5% के आसपास रही। इसकी तुलना यदि यूपीए के कार्यकाल के दौरान से करेंगे तो पता चलेगा कि महंगाई होती क्या है। यूपीए के समय महंगाई डबल डिजिट छू रही है। पीएम ने कहा कि आज हम एकमात्र इकॉनमी है जो हाई ग्रोथ और मीडियम इन्फेल्शन की स्थिति हैं। आज दुनिया के अन्य देशों को देखें तो या तो वहां ग्रोथ बढ़ी है या वहां महंगाई रिकॉर्ड तोड़ रही है।

पीएम मोदी के भाषण के बीच जब मल्लिकार्जुन खड़गे ने कुछ कहा तो पीएम मोदी ने कहा कि खड़गे जी आप भी अधीर रंजन जी वाली गलती कर रहे हैं। आप बहुत सम्मानित नेता है। आप जो कर रहे हैं उस काम को करने के लिए जयराम रमेश जी ने पीछे कुछ लोगों को तैयार किया है। थोड़ी देर में वह (टोकाटोकी का दौर) शुरू होने वाला है।


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