पठानकोट में पीएम मोदी बोले- हम पंजाब को सियासत नहीं, गहराई के चश्मे से देखते हैं

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पंजाब विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों से लचल रही है, जिसे लेकर सभी राजनीतिक दल एड़ी से चोटी तक जोर लगा रहे हैं। कांग्रेस सत्ता में बनी रहने के लिए दिन रात एक किए हुए तो विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी भी इस चुनाव में कसर अधूरी छोड़ना नहीं चाहती है।

उन्‍होंने संत रविदास के एक दोहे का जिक्र भी उन्‍होंने किया। उन्‍होंने पठानकोट से जुड़ी अपनी यादों की चर्चा की। उन्‍होंने कहा कि माझा की इस धरती ने मां जैसा प्‍यार व स्‍नेह दिया। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस ने देश और पंजाब की धरती पर क्‍या-क्‍या कुकृत्‍य नहीं किए।

साथ ही उन्होंने सीमावर्ती इलाकों में स्कूलों में एनसीसी का विस्तार करने का निर्णय लिया है। इस बजट में हमने प्रावधान किया है कि वाइब्रेंट विलेज का प्रावधान किया है। सीमा क्षेत्र को बल देने का काम हम कर रहे हैं। हम पंजाब को पंजाबियत की नजर से देखते हैं।

हमारे लिए पंजाबियत सबसे प्रमुख है। हमारे विरोधी पंजाब को सियासत के चश्मे से देखते हैं। हम गहराई से देखते हैं हमें करतारपुर कॉरिडोर के विकास का सौभाग्य मिला। जब भारत विभाजन हुआ नेता कौन थे, कांग्रेस के थे कि नहीं थे। क्या इनको इतनी समझ नहीं आई कि सीमा से 6 किलोमीटर दूर हमारे गुरु नानक देव जी की तपोभूमि है।

मोदी ने कहााकि  1965 की लड़ाई में भारतीय सेना लाहौर में झंडा फहराने की ताकत से बढ़ रही थी। पहला मौका विभाजन के समय चुके, फिर 65 में चूक गए। 1971 की लड़ाई में 90000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने घुटने टेक दिए। साथ ही उन्होंने कहा सभी लोगों से भारत माता की जय के जयकारे भी लगवाए और आने के सभी को धन्यवाद दिया।

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