September 22, 2024

मूडीज ने 2022 के लिए भारत की ग्रोथ रेट का अनुमान बढ़ाया, तेल की बढ़ती कीमतें वृद्धि की राह में है बाधक

मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने कहा कि उसने कैलेंडर वर्ष 2022 के लिए भारत की ग्रोथ रेट का अनुमान बढ़ाकर 9.5 फीसदी और एक अप्रैल से शुरू होने वाले अगले वित्त वर्ष के लिए इसे बढ़ाकर 8.4 फीसदी कर दिया है. साथ ही रेटिंग एजेंसी ने तेल की बढ़ती कीमतों और आपूर्ति पक्ष की बाधाओं को वृद्धि की राह में बाधक बताया है. मूडीज ने एक बयान में कहा, हमने भारत की वृद्धि के पूर्वानुमान को कैलेंडर वर्ष 2022 के लिए 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 9.5 फीसदी कर दिया है और 2023 में 5.5 फीसदी की वृद्धि के अपने पूर्वानुमान को बरकरार रखा है.

बयान में कहा गया कि वित्त वर्ष 2022-23 में 8.4 फीसदी और वित्त वर्ष 2023-24 में 6.5 फीसदी वृद्धि दर रह सकती है. पिछले साल नवंबर में मूडीज ने वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की अर्थव्यवस्था के 7.9 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान जताया था. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 31 मार्च को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था के 9.2 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है.

चालू वित्त वर्ष में ग्रोथ 10 फीसदी रहेगा

दूसरी ओर, विदेशी ब्रोकरेज फर्म बार्कलेज ने कहा कि चालू वित्त में देश का इकोनॉमिक ग्रोथ रेट 10 फीसदी रहेगा. बार्कलेज ने कहा कि दिसंबर तिमाही में ग्रोथ रेट 6.6 फीसदी रह सकता है. अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इकोनॉमी ने कुछ स्थिरता दिखाई है. कई फैक्टर्स बता रहे हैं कि आर्थिक गतिविधियां कोरोना पूर्व स्तर पर हैं.

जुलाई-सितंबर तिमाही में इंडियन इकोनॉमी ने 8.4 फीसदी की तेजी दर्ज की थी. दिसंबर तिमाही के लिए सरकार की तरफ से 28 फरवरी को डेटा जारी किया जाएगा जिसके बाद आर्थिक सुधार की रफ्तार का सही पता चलेगा.

वित्त मंत्रालय की मासिक आर्थिक समीक्षा के मुताबिक आम बजट 2022-23 (Budget 2022) में सरकार द्वारा की गई विभिन्न पहलों के बल पर भारतीय अर्थव्यवस्था बड़े देशों में सबसे तेज गति से बढ़ोतरी दर्ज करेगी. रिपोर्ट में कहा गया कि भारत अभी तक एकमात्र बड़ा और प्रमुख देश है, आईएमएफ (IMF) ने जिसका वृद्धि अनुमान 2022-23 के लिए बढ़ाया है. बता दें कि आईएमएफ ने वर्ष 2022 के लिए अपने वैश्विक वृद्धि अनुमान को घटा दिया है.

 


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