नाटक के जरिए दिया विकास और पर्यावरण का संदेश
श्रीनगर (गढ़वाल ) गढ़वाल केंद्रीय विवि के चौरास परिसर में आयोजित गौरवशाली विज्ञान सप्ताह के पांचवे दिन प्रतिभागी छात्र-छात्राओं के लिए पर्यावरण तथा विज्ञान पर आधारित विकास और पर्यावरण असंतुलन के संदेश को लेकर नाटक का मंचन किया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने लोक विज्ञान के महत्व को भी समझाया।
विवि के लोक कला निष्पादन केंद्र में आयोजित नाटक मंचन के शुभारंभ पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. अजय कुमार खंडूड़ी ने लोक विज्ञान और लोक भाषा के महत्व को छात्र-छात्राओं के साथ साझा किया। विशिष्ट वक्त के रूप में प्रसिद्ध रंगकर्मी व लोक कला विशेषज्ञ प्रो. डीआर पुरोहित ने लोक विज्ञान के पुरातन महत्व को पीढ़ियों से चली आ रही गढ़वाली कहावतों तथा लोक गीतों के माध्यम से प्रस्तुत किया। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. एमएस नेगी ने विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के समन्वय के साथ विकास के महत्व पर प्रकाश डाला। मौके पर डा. संजय पांडे ने लोक धुनों के साथ गायन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में प्रतिभागियों के लिए पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में समन्वयक प्रो. प्रभाकर बडोनी, प्रो. आरसी सुंद्ररियाल, महेश डोभाल, डॉ. गौरव, विवेक कुवंर, डा. सर्वेश उनियाल आदि मौजूद रहे। संचालन डॉ. राहुल बहुगुणा ने किया।