‘अखिलेश को हार का डर, मतगणना के पहले नौटंकी बंद करें’…केशव प्रसाद मौर्य का पलटवार
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मतदान सातों चरणों के पूरे हो चुके हैं. अब 10 मार्च को मतगणना के बाद नतीजे सामने आएंगे. इस बीच राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी कड़ी में मंगलवार को उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय प्रमुख अखिलेश यादव के बयान का करारा जवाब दिया है. डिप्टी सीएम ने कहा कि परिवारवाद के प्रतीक अखिलेश यादव का हार के भय से लोकतंत्र बचाने के लिए क्रांति की बात करना महज हास्यास्पद है, क्योंकि कथित परिवारवाद से लोकतंत्र को बचाने का काम केवल बीजेपी ही कर रही है.
मौर्य ने ट्विटर पर लिखा कि एसपी गठबंधन के तथाकथित सभी बड़े नेता चुनाव हार चुके हैं, मतगणना के पहले नौटंकी बंद कीजिए, चुनाव आयोग से सभी प्रत्याशियों को ईवीएम मशीन की रखवाली की अनुमति है, परंतु उत्तर प्रदेश अब जातिवादी, परिवारवादी, गुंडागर्दी, दंगाइयों के खिलाफ ईमानदारी से काम करने वाली पार्टी की सरकार के साथ है और रहेगी. खास बात यह है कि अखिलेश यादव के आरोप लगाये जाने के कुछ देर बाद ही केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर करारा जवाब दिया है.
अखिलेश यादव का बयान माहौल को खराब करने की कोशिश है। किसी अधिकारी और आयोग पर आरोप लगाना शोभा नहीं देता है। परिवारवाद की राजनीति करने वाले अखिलेश यादव भाजपा लोकतंत्र की रक्षक है, परिवारवाद से बचाने की रक्षक है: अखिलेश यादव के बयान पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य pic.twitter.com/6dwKg6I2y3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 8, 2022
‘एसपी की करारी हार काले कारनामों के कारण हो रही’
डिप्टी सीएम ने कहा कि पराजय के डर से निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनावों का स्वागत करने की जगह, एसपी प्रमुख अखिलेश यादव पराजय के बाद का मीडिया के लिए जारी होने वाला प्रेस नोट मतगणना से पहले तैयार कर रहे हैं, एसपी की करारी हार सरकार में रहते किए काले कारनामों के कारण हो रही है.
अखिलेश ने लगाए थे ये आरोप
एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर प्रशासनिक मशीनरी के जरिये वोटों की चोरी का आरोप लगाते हुए दावा किया कि यूपी सरकार के अधिकारी अपने अधीनस्थों को निर्देश दे रहे हैं कि जहां बीजेपी हार रही है, वहां मतगणना धीमी कर दी जाए. एसपी प्रमुख ने कहा कि ये लोकतंत्र का आखिरी चुनाव है, इसके बाद जिस तरह से आजादी के लिए लड़ाई लड़ी गई, उसी तरह से आपको, हमको क्रांति करनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि मैं तो अपने नौजवानों से अपील करूंगा कि जहां किसान इतने साल बैठे रहे जब सरकार झुकी, कम से कम तीन दिन लोकतंत्र के अखंड प्रहरी बनकर ईवीएम को बचाएं, चुनाव को बचाएं.