यूक्रेन से संबंधित जैविक गतिविधियों की उभरती रिपोर्ट के बाद UNSC में भारत ने जैविक हथियारों को लेकर जताई चिंता
भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि यूक्रेन से संबंधित जैविक गतिविधियों की उभरती रिपोर्ट के बाद जैविक और विष हथियार सम्मेलन (बीटीडब्ल्यूसी) का पूर्ण और प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने यूक्रेन पर यूएनएससी ब्रीफिंग के दौरान रूस द्वारा अमेरिका द्वारा जैविक कार्यक्रमों के आरोपों के बीच यह बात कही।
In today’s UN Security Council meeting on #Ukraine, I made the following statement ⤵️#IndiainUNSC pic.twitter.com/703D6momJV
— Amb T S Tirumurti (@ambtstirumurti) March 11, 2022
उन्होंने कहा कि बीटीडब्ल्यूसी के पूर्ण और प्रभावी कार्यान्वयन को अक्षरश: सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने आगे कहा कि भारत यह भी मानता है कि बीटीडब्ल्यूसी के तहत दायित्वों से संबंधित किसी भी मामले को कन्वेंशन के प्रावधानों के अनुसार और संबंधित पक्षों के बीच परामर्श और सहयोग के माध्यम से संबोधित किया जाना चाहिए।
पत्र में कहा गया है, “हमने यूक्रेन में मौजूदा स्थिति पर बार-बार गंभीर चिंता व्यक्त की है। हमें पूरी उम्मीद है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रही सीधी बातचीत से शत्रुता समाप्त हो जाएगी।”
यह रूसी रक्षा मंत्रालय के इस सप्ताह की शुरुआत में कहने के मद्देनजर आता है, कि यूक्रेन में यूएस-वित्त पोषित बायोलैब्स ने “घातक रोगजनकों के गुप्त संचरण के लिए” एक तंत्र स्थापित करने पर काम किया।