बड़ी जिम्मेदारी मिलने की चर्चा के बीच शिवपाल यादव ने सपा को लेकर दिया बड़ा बयान
देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में बीजेपी एक बार फिर अपना परचम लहारने में कामयाब रही। बीजेपी ने साबित कर दिया कि अभी टक्कर में दूर-दूर तक कोई नहीं है। दूसरी ओर राज्य में दूसरे नंबर पर आई समाजवादी पार्टी में भी अगली रणनीति पर मंथन अंदर ही अंदर चल रहा है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल यादव को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी दे सकते हैं।
बता दें कि यूपी चुनाव के नतीजे 10 मार्च को जारी किए गए थे, जिसमें बीजेपी गठबंधन 273 तो सपा गठबंधन ने 125 सीटें जीती थी। इस बार कहा जा रहा था कि समाजवादी पार्टी को लेकर चुनावी माहौल ठीक है. इसके बावजूद सपा कोई करिश्मा नहीं कर पाई।
वहीं, सपा की कमान फिलहाल पूरी तरह से अखिलेश यादव के हाथों में है। चुनाव प्रचार में वो भी अकेले ही नजर आए। कहा जाता है कि टिकट बंटवारे में भी सिर्फ अखिलेश ने अंतिम निर्णय लिए। ऐसे में ये कहा जा सकता है कि सपा का पूरा चुनाव अखिलेश यादव के हाथों में ही था। लिहाजा, अब जब पार्टी को उम्मीद के मुताबिक, नतीजे नहीं मिले हैं तो सवाल भी उनकी तरफ ही उठाए जा रहे हैं।
हालांकि, चाचा शिवपाल हर मोर्चे पर अखिलेश यादव का साथ देते नजर आते हैं. लेकिन शिवपाल यादव को ही पूरे चुनाव में सीमित रखा गया। अब शिवपाल कह रहे हैं कि अभी विश्लेषण नहीं किया है, सबसे पहले एक एनालिसिस किया जाएगा, हम अपनी पार्टी को और ज्यादा मजबूत करने का काम करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव में हमारे जितने भी विधायक जीते हैं, उनका वोट शेयर बढ़ा है, लेकिन कहीं न कहीं बीजेपी को बड़ा फायदा हुआ है।