अखिलेश यादव के बाद अब मायावती ने यूपी सरकार पर साधा निशाना, कानून-व्यवस्था को लेकर उठाये ये सवाल

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समाजवादी पार्टी  के प्रमुख अखिलेश यादव के बाद अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी उत्तर प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया है और कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाये हैं. रामनवमीं के दौरान मध्य प्रदेश के खरगोन में हिंसा की घटनाओं के अलावा राजस्थान और गुजरात में हिंसा की घटनाओं का जिक्र करते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने देश में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किये हैं और उन्होंने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा है. इसी बीच उन्होंने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठाये हैं.

न्यायपालिका को नज़रअंदाज करने का लगाया आरोप

बसपा सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यूपी में भी कानून-व्यवस्था व अपराध नियंत्रण आदि के नाम पर जिस प्रकार से सरकार व पुलिस न्यायपालिका को नज़रअंदाज करके काम कर रही हैं. वह द्वेषपूर्ण ही नहीं बल्कि कानून के राज का मज़ाक है. कानून के राज के लिए मनमानी नहीं बल्कि कानूनी प्रक्रिया के तहत ही सजा सुनिश्चित होनी चाहिए.

मायावती ने कहा कि पहले राजस्थान तथा फिर उसके बाद खासकर मध्य प्रदेश व गुजरात आदि राज्यों में जिस प्रकार से शान्ति एवं सौहार्द बिगाड़ने वाली हिंसक घटनाएं हुई हैं और जिसके बाद सरकार द्वारा प्रथमदृष्टया बदले की कार्रवाई की गई है वह सही कदम नहीं. क्या इसी प्रकार के उदाहरणों से ’नया भारत’ बनेगा?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया बड़ा बयान

रामनवमी पर देश के 10 राज्यों में हिंसा, पथराव और आगजनी की घटना हुई. दिल्ली, मध्य प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, गोवा, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में साम्प्रदायिक तनाव देखने को मिला. देश के इन राज्यों में हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रामनवमी पर प्रदेश में 800 से ज्यादा स्थानों पर जुलूस निकाले गए, रमज़ान का महीना चल रहा है, कहीं कोई तू-तू मैं-मैं तक नहीं हुई, दंगा फसाद तो दूर की बात है, उत्तर प्रदेश में शांति है, यहां दंगा फसाद की कोई जगह नहीं है.

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