आठ साल में 40 फीसदी महंगा हुआ गेहूं-आटा, जानें निर्यात पर रोक के बाद घटा या बढ़ा इनका दाम
सरकार के इन फैसलों से गेहूं की कीमतें कम होने की उम्मीद जताई गई। इसके साथ ही सरकारी खरीद की तारीख बढ़ाने के फैसले को सरकारी खरीद का लक्ष्य पूरा करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। बता दें कि भारत गेहूं उत्पादन के मामले में दुनिया में दूसरे नंबर पर है। सरकार इस कदम को देश की खाद्य सुरक्षा जरूरतों को देखते हुए लिया गया फैसला बता रही है।
सरकार के एलान के बाद गेहूं-आटे के दाम कितने घटे?
सरकार ने 13 मई को गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध का आदेश दिया। उस दिन गेहूं 29.62 रुपये किलो तो आटा 33.14 रुपये किलो था। उससे पहले हर दिन गेहूं और आटे के दाम बढ़ रहे थे। सरकार के एलान के अगले ही दिन दामों में करीब एक रुपये की कमी आई। 14 मई को खुदरा बाजार में गेहूं 28.46 रुपये किलो हो गया तो आटा 32.49 रुपये किलो हो गया। हालांकि, इसके बाद अगले ही दिन से दाम फिर से बढ़ने लगे। 19 मई को गेहूं और आटे के दाम 13 मई के दाम के स्तर पर पहुंच गए।