स्पाइसजेट के सिस्टम पर रैनसमवेयर अटैक से उड़ानें प्रभावित, कंपनी ने दिया ये बयान
एयरलाइंस कंपनी स्पाइसजेट के सिस्टम पर साइबर हमला हुआ है. स्पाइसजेट ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. एयरलाइंस कंपनी ने कहा है कि मंगलवार की रात एयरलाइंस के सिस्टम पर रैनसमवेयर अटैक हुआ है जिसके चलते सुबह उड़ान भरने वाले विमानों की सेवाएं प्रभावित हुई हैं.
स्पाइसजेट पर साइबर हमला
बुधवार की सुबह स्पाइजेट ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट कर ये जानकारी दी कि बीती रात स्पाइसजेट के कुछ सिस्टम्स पर रैनसमवेयर अटैक हुआ है. जिसके चलते सुबह उड़ान भरने वाली विमानों का ऑपरेशन प्रभावित हुआ है. हालांकि एयरलाइंस ने बताया कि, हालात अब कंट्रोल में है. अब फ्लाइट ऑपरेशन सामान्य रूप से ऑपरेट कर रही है.
#ImportantUpdate: Certain SpiceJet systems faced an attempted ransomware attack last night that impacted and slowed down morning flight departures today. Our IT team has contained and rectified the situation and flights are operating normally now.
— SpiceJet (@flyspicejet) May 25, 2022
क्या होता है रैनसमवेयर
रैनसमवेयर एक प्रकार का साइबर हमला है. यह वायरस यूजर के कंप्यूटर पर कंट्रोल कर पेमेंट की डिमांड करता है. यह वायरस सिर्फ कंप्यूटर ही नहीं बल्कि स्मार्टफोन को भी नुकसान पहुंचा सकता है. रैनसमवेयर बिना आपकी जानकारी के कंप्यूटर या स्मार्टफोन को नुकसान पहुंचाने वाला सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर लेता है, इसके जरिए ये यूजर की जानकारी को एन्क्रिप्ट कर लेता है. हैकर यूजर के सभी डाटा एक्सेस कर सकता है. हैकर यूजर को उसका डाटा ब्लॉक करने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल कर पैसे वसूलने की कोशिश करता है. यूजर से फीस के तौर पर बिटक्वाइन से लेकर डॉलर में पेमेंट की मांग की जाती है. रैनसमवेयर अटैक में कोरोना महामारी के बाद से बढ़ोतरी हुई है खासतौर से 2020 से. इन दिनों रिसर्च लैब हो मेडिकल या वैक्सीन बनाने वाली कंपनी या कॉरपोरेट हाउस उसपर रैनसमवेयर अटैक बढ़ा है. चीन के एडवास ग्रुप द्वारा ये अटैक किए जाते हैं. चीन, ईरान और नार्थ कोरिया से रैनसमवेयर अटैक किए जाते है.