सेना में भर्ती के लिए शुरू ‘अग्निपथ’ योजना का विरोध, कई राज्यों में उग्र प्रदर्शन
केंद्र सरकार द्वारा सेना भर्ती को लेकर अग्निपथ योजना की घोषणा का विरोध तेज हो गया है। बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों के युवा सड़कों पर उतर आए हैं। छात्र केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं. सड़क से लेकर रेलवे ट्रक तक छात्रों उग्र प्रदर्शन जारी है।
बिहार के जहानाबाद और नवादा में युवा प्रदर्शनकारी लगातार दूसरे दिन सड़क पर उतर आए हैं। छात्रों ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और ट्रेनों को भी निशाना बनाया है। बताया जा रहा है कि छात्रों ने आक्रोश में आकर कई स्टेशनों पर ट्रेनों को रोक दी है। इतना ही नहीं कई जगह हाईवे पर टायर भी जलाए गए हैं जिससे यातायात व्यवस्था बाधित हो गई है।
#WATCH | Bihar: A huge crowd gathers in protest in Nawada, against the recently announced #AgnipathRecruitmentScheme for armed forces. pic.twitter.com/Sjr40Hr0M5
— ANI (@ANI) June 16, 2022
गौरतलब है कि सोमवार (13 June) को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आर्म्ड फोर्सेज में 4 साल की नौकरी के लिए अग्निपथ भर्ती योजना का ऐलान किया। इसके तहत 90 दिनों के भीतर करीब 46 हजार भर्तियां होनी है। बताया गया है कि ये भर्तियां देश के सभी 773 जिलों से होंगी। लेकिन कई युवा इससे खुश नहीं है। कहा जा रहा है कि इससे पिछले दो साल में हुई परीक्षाओं का कोई औचित्य नहीं रह गया, क्योंकि बताया गया कि वो भर्तियां भी इसी प्रोग्राम के तहत होंगी।
#WATCH | Bihar: Armed forces aspirants protest in Munger against #AgnipathRecruitmentScheme
A protester says "We demand that the recruitment be done as it used to be done earlier,Tour of Duty (ToD) be rolled back & exams be held as earlier. Nobody will go to Army just for 4 yrs" pic.twitter.com/b5dnSUYohW
— ANI (@ANI) June 16, 2022
प्रदर्शन कर रहे युवाओं का कहना है कि वे इस बात से हताश हैं कि फिजिकल क्लीयर होने के बावजूद दो साल से सेना ने उनको भर्ती नहीं किया है। वहीं इसी बीच सरकार नई स्कीम लेकर आ गई है।
#WATCH | Bihar: Youth demonstrate in Chhapra, burn tyres and vandalise a bus in protest against the recently announced #AgnipathRecruitmentScheme pic.twitter.com/Ik0pYK26KY
— ANI (@ANI) June 16, 2022
परीक्षा देकर रिजल्ट का इंतजार कर रहे कई स्टूडेंट्स सरकार के इस फैसले से नाराज हैं। सड़कों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी इनका गुस्सा देखा जा रहा है। इन लोगों का कहना है कि 25 फीसदी अग्निवीरों को तो कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद स्थायी काडर में शामिल कर लिया जाएगा, लेकिन बाकी 75 फीसदी अग्निवीरों का चार साल बाद क्या होगा। उन्हें भत्ता तो सरकार दे देगी, लेकिन नौकरी कहां से आएगी?
अग्निपथ स्कीम क्या है?
भारतीय सेना में पहली बार ऐसी कोई स्कीम लॉन्च की गई है, जिसमें शॉर्ट टर्म के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी। इस योजना के तहत हर साल करीब 40 से 45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा। ये युवा साढ़े 17 साल से 21 साल की उम्र के बीच के होंगे। ये भर्तियां मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जाएंगी। इन चार वर्षों में सैनिकों को 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी। 30 से 40 हजार मासिक वेतन के साथ अन्य लाभ भी दिए जाएंगे। पहले साल में 30 हजार, दूसरे साल में 33 हजार, तीसरे साल में 36500 और चौथे साल में 40 हजार मासिक वेतन दिया जाएगा। चार साल पूरे होने के बाद इन सभी अग्निवीरों की सेवा समाप्त हो जाएगी और फिर नई भर्तियां की जाएंगी।