September 21, 2024

अग्निपथ हिंसा से रेलवे की हजार करोड़ की संपत्ति खाक, करोड़ों रुपये रिफंड भी करने पड़े

सरकार की सेना में भर्ती की नई योजना ‘अग्निपथ’ रेलवे के लिए अग्निपरीक्षा जैसी साबित हुई जब इसका विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने भारतीय रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाया. ऐसी आशंका है कि इस हिंसा में 1000 करोड़ रुपये की संपत्ति नष्ट हो गई है. रेलवे को जहां अपनी ट्रेनों का नुकसान सहना पड़ा वहीं यात्रियों को यात्रा पूरी ना होने की स्थिति में करोड़ों रुपये का रिफंड भी करना पड़ा.

रेलवे को हुआ कितना और किस तरह का नुकसान

बताया जा रहा है कि पिछले दिनों हुई अग्निपथ हिंसा के दौरान रेलवे को 1000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
कुल 922 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की यात्रा पूर्ण रूप से रद्द हो गई और 120 ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द करना पड़ा.
हर ट्रेन में औसतन 1200-1500 पैसेंजर्स सफर करते हैं तो करीब 1044 ट्रेनें रद्द होने से 12 लाख लोगों की यात्रा पर असर पड़ा.
देश में 5 लाख से ज्यादा पीएनआर रद्द हुए और करीब डेढ़ लाख यात्रियों को बीच में ट्रेन छोड़नी पड़ी. (अनुमानित)
रेलवे की ओर से 70 करोड़ रुपये का रिफंड लौटाया गया है. (अनुमानित)

रेलवे की लागत (प्रति ट्रेन)

अग्निपथ स्कीम का ऐसा हिंसक विरोध देश में हुआ कि अलग अलग राज्यों में 21 ट्रेनें जला दी गईं और इनके कारण रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान हो गया. ऐसे में अगर इसकी लागत की बात करें तो मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में आमतौर पर 24 कोच होते हैं. इंजन 12 करोड़, AC कोच 2.5 करोड़ रुपये और स्लीपर कोच 2 करोड़ रुपये के करीब का लागत का होता है. इस लिहाज से देखें तो रेलवे को एक ट्रेन करीब 30 करोड़ रुपये या इससे ज्यादा की बैठती है.

भारतीय रेलवे

इंडियन रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक है. हर दिन हजारों की संख्या में ट्रेनों का संचालन रेलवे द्वारा किया जाता है. इसे आम लोगों के जीवन की लाइफलाइन (Lifeline) माना जाता है. ट्रेन के कैंसिल हो जाने पर लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है. पिछले कुछ समय से सेना भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का देश के कई हिस्सों में भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है. प्रदर्शन के दौरान बिहार , उत्तर प्रदेश  तेलंगाना आदि कई राज्यों में उपद्रवियों ने कई जगह ट्रेनों की बोगियों में आग लगा दी.


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