September 22, 2024

पूर्व सीएम हरीश रावत ने यूरिया सप्लाई को लेकर सहकारिता विभाग पर उठाये सवाल, विभाग ने किया आरोपों का खण्डन

देहरादून। पूर्व सीएम हरीश रावत प्रदेश के खाद की सप्लाई को लेकर सहकारिता विभाग पर सवाल खड़े किये हैं। उन्हों कहा कि प्रदेश का यूरिया बाहर स्मगल हो रहा है, जबकि प्रदेश के किसानों को यूरिया खाद नहीं मिल पा रहा हैं। वहीं प्रदेश के सहकारिता विभाग ने पूर्व सीएम हरीश रावत के इन आरोपों का खण्डन किया है।

हरीश रावत ने सोशल मीडिया जरिये आरोप लगाया है कि प्रदेश के किसानों को यूरिया खाद नहीं मिल रहा है जबकि उत्तराखण्ड के हिस्से का यूरिया बाहर सप्लाई हो रहा है। उन्होंने लिखा है कि किसान भाई, खाद की कमी से फिर परेशान हैं, हरिद्वार से लेकर उधमसिंहनगर तक सहकारिता विभाग जिसको खाद की व्यवस्था करवानी है यूरिया, एन.पी किसानों को नहीं मिल पा रही है। उत्तराखंड के हिस्से का यूरिया आदि बाहर स्मगल/सप्लाई हो रहा है।

मगर सहकारिता विभाग कानों में उंगली डाले हुए बैठा हुआ है। यदि दो-तीन दिन में स्थिति नहीं सुधरती है, तो मेरे सामने दो विकल्प हैं। एक तो सहकारिता मंत्री जी के घर पर उपवास करूं और दूसरा यह है कि अपने घर आवास पर उपवास करूं। एक पूर्व मुख्यमंत्री के लिए मंत्री के घर पर उपवास करना मुझे उचित प्रतीत नहीं हो रहा है। लेकिन परिस्थितियां व्यक्ति को बाध्य कर सकती हैं, किसानों के हित में मैं यह भी निर्णय ले सकता हूं कि सहकारिता मंत्री जी के घर के बाहर उपवास करूं।

वहीं प्रदेश के सहकारिता विभाग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पूर्व सीएम के इन आरोपों का खण्डन किया है। विभाग की विज्ञप्ति के मुताबिक सोशल मीडिया के माध्यम से आज संज्ञान में आया कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा जनपद हरिद्वार एवं उधम सिंह नगर में उर्वरक की कमी के कारण किसानों को खाद्य उपलब्ध नहीं हो पाने की बात कहीं जा रही है।

सहकारिता विभाग को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने की अपेक्षा की गई है जबकि इफको के द्वारा यूसीएफ के माध्यम से जनपद हरिद्वार उधम सिंह नगर की सहकारी समितियों के द्वारा कृषक सदस्यों को उर्वरकों की आपूर्ति की जाती है।

राज्य विपणन प्रबंधक इएफको द्वारा अवगत कराया गया है कि गत 3 वर्ष की अपेक्षा इस खरीफ वर्ष में मांग से अधिक किसानों को उर्वरकों की आपूर्ति की गई है। जनपदों में इएफको के द्वारा सहकारी समितियों के माध्यम से कृषकों को उर्वरक की आपूर्ति की जाती है।

वर्तमान में जनपद हरिद्वार एवं सहकारी समितियों में यूरिया 1457 मेट्रिक टन डी.ए.पी 1973 मेट्रिक टन एवं एनपीके 365 मेट्रिक टन उर्वरकों का स्टॉक अवशेष है फिलहाल उक्त जनपदों में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है।

सहकारिता विभाग द्वारा खरीफ अभियान मह जुलाई-अगस्त सितंबर 2022 हेतु जनपद उधम सिंह नगर एवं हरिद्वार के लिए उर्वरक आवंटन हेतु यूरिया 47400 मेट्रिक टन एनपीके 10700 मेट्रिक टन एवं डीएपी 13400 मेट्रिक टन की भारत सरकार कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से मांग की गई है।

सहकारिता विभाग का प्रयास रहेगा कि भविष्य में भी किसानों को किसी प्रकार के उर्वरकों की कमी नहीं होने दी जाएगी दोनों जनपदों में इएफको की नैनो यूरिया का प्रचुर मात्रा में सहकारी समितियों में स्टाफ उपलब्ध है। नैनो यूरिया की 500एमएल की 1 बोतल 50 किलो उर्वरक के बराबर कार्य करती है।


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