‘जीजाजी’ को सरकारी बैठक में शामिल कर तेजप्रताप सुर्खियों में, जानें बड़े बेटे होने के बाद भी क्यों घटा कद?
बिहार में नए नए मंत्री बने तेजप्रताप यादव एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। बतौर पर्यावरण मंत्री जब उन्होंने विभागीय बैठक ली, तो अपने जीजाजी को भी बिठा लिया। इस बैठक में उनके जीजाजी यानी मीसा भारती के पति शैलेश कुमार भी बैठे दिखे। यह खबर सोशाल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस मामले पर बीजेपी ने तेजप्रताप यादव और बिहार की महागठबंधन की सरकार पर निशाना साधा है। तेजप्रताप यादव पहले भी कई वजहों से चर्चा में रहे हैं। कभी वे भगवान कृष्ण या शंकरजी की उपासना करते हुए दिखते हैं। कभी पैदल यात्रा करते हैं तो कभी मजदूर की तरह दीवार बनाते हुए भी दिखे हैं।
तेजस्वी यादव के विपरीत वे कई बार आक्रामक बयान भी दे डालते हैं। ताजा मामला विभागीय बैठक को लेकर दिखा। जब उन्होंने वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री के बतौर अपने जीजाजी को भी अपनी बैठक में बिठा लिया। 18 अगस्त को तेज प्रताप ने बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ तेजप्रताप ने यह बैठक ली थी। इस बैठक में शैलेश कुमार भी शामिल हुए। विपक्ष का आरोप है कि इससे पहले की विभागीय बैठक में भी शैलेश कुमार शामिल हुए थे। अब बैठक की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बहस छिड़ गई है।
‘जीजाजी’ किस हैसियत से विभागीय बैठक में शामिल हुए: बीजेपी
भाजपा सवाल कर रही है कि शैलेश कुमार किस हैसियत से तेज प्रताप की अध्यक्षता में हुई विभागीय बैठकों में सम्मिलित हुए थे? आनंद ने आगे तंज कसते हुए कहा है कि बिहार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव को कोई हल्के में ना लें। शैलेश भी साथ बैठे हैं। मेरा दावा है कि राष्ट्रीय जनता दल के सभी मंत्रियों से शैलेशजी अधिक समझदार- ज्ञानी- टैलेंटेड जरूर हैं। शैलेश का आशीर्वाद रहा तो तेज प्रताप सबसे बेस्ट मिनिस्टर साबित होंगे।
इधर, इस संबंध में राजद का कोई भी नेता अबतक कुछ नहीं बोल रहा। राजद के कई नेताओं से इस मामले में बात करने की कोशिश की गई, लेकिन कोई उपलब्ध नहीं हुआ।
बड़े बेटे होने के बावजूद तेजप्रताप का क्यों घटा कद?
हाल ही में नीतीश की जेडीयू और आरजेडी के महागठबंधन की सरकार बिहार में बनी। जिसके सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव बने। इसमें RJD कोटे के मंत्रियों के विभाग का बंटवारा लालू यादव और तेजस्वी यादव की मर्जी से ही हुआ है। ऐसे में यह फैसला RJD का ही हो सकता है। वहीं, कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि तेजप्रताप यादव हमेशा विवादों में रहते हैं इसकी वजह से कई बार परिवार और पार्टी असहज हो जाती है। शायद विवादों से बचने के लिए पार्टी की तरफ से उन्हें रनिंग विभाग नहीं दिया गया, जहां हर दिन नई चुनौतियां होती हैं।
तेज प्रताप ने 12वीं तक की है पढ़ाई
21 नवंबर 1987 को बिहार के गोपालगंज में जन्मे तेजप्रताप ने 12वीं तक पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने ग्रेजुएशन में एडमिशन लिया था, लेकिन पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई। तेज प्रताप यादव 2012 में छोटे भाई तेजस्वी के साथ राजनीति में उतरे थे। 2014 में एक विशाल रैली में लालू यादव ने तेज प्रताप को लॉन्च किया था। इसके बाद 2015 में तेज प्रताप ने वैशाली की महुआ सीट से चुनाव लड़ा था और विधायक चुने गए। इसके बाद बिहार सरकार में उन्हें स्वास्थ्य और पर्यावरण मंत्री बनाया गया। तब तेज प्रताप के छोटे भाई तेजस्वी को डिप्टी सीएम बनाया गया।