September 22, 2024

यूपी बीजेपी अध्यक्ष के नाम के एलान में क्यों हो रही है देरी? यहां जानिए वजह

उत्तर प्रदेश बीजेपी को नए प्रदेश अध्यक्ष का इंतजार है. संगठन में भी कई बदलाव हो चुके हैं लेकिन प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा होनी बाकी है. ऐसे में लगातार तमाम नामों को लेकर कयास भी जारी है. हालांकि रविवार को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक ट्वीट किया और ट्वीट को लेकर उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है.

बीते तकरीबन एक महीना पहले वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने केंद्रीय आलाकमान से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप दिया था. उसके बाद वो कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर काम कर रहे हैं. हालांकि नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा को लेकर कई बार चर्चाएं हुई. लेकिन जब संगठनात्मक फेरबदल को लेकर लिस्ट जारी हुई तो यह लगा कि नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा भी जल्द कर दी जाएगी.

क्यों नहीं हो पा रहा नाम का एलान?

उत्तर प्रदेश में बीजेपी के कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों का इंतजार नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. इस बीच दिल्ली में उत्तर प्रदेश सरकार के दोनों उप मुख्यमंत्रियों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात कर चर्चाओं के इस बाजार को और गर्म कर दिया, लेकिन लिस्ट उसके बावजूद भी जारी नहीं हुई. दरअसल, माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश बीजेपी का अध्यक्ष बनाने को लेकर केंद्रीय आलाकमान किसी एक नाम पर सहमत नहीं हो पा रहा है.

2024 के मद्देनजर उसकी कोशिश है कि ऐसे व्यक्ति को उत्तर प्रदेश में कमान सौंपी जाए जो संगठन के लिए भी फिट हो और सरकार के साथ भी उसका सामंजस्य बना रहे. शायद ऐसे नाम को खोज पाने में केंद्रीय आलाकमान अभी माथापच्ची कर रहा है. लेकिन कुछ दिन पहले जब उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की तो चर्चाओं को बहुत बल मिला पर लिस्ट जारी नहीं हुई. जिसके बाद चर्चाएं धरी की धरी रह गई. हालांकि रविवार को एक बार फिर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के एक ट्वीट के जरिए इन चर्चाओं को फिर से बल मिल गया है.

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट की कोई टाइमिंग है. वो भी काफी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि रविवार को प्रदेश के नए प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सैनी ने पहली बैठक पश्चिम और ब्रज क्षेत्र की गाजियाबाद में की. तब उस बैठक में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक समेत पार्टी के तमाम महत्वपूर्ण पदाधिकारी सांसद विधायक मंत्री मौजूद रहे. उस बैठक के बाद केशव प्रसाद मौर्य का यह ट्वीट करना कि संगठन सरकार से बड़ा है इसके सियासी लोग अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं.

ये भी हो सकते हैं ट्वीट के मायने

यह कोई पहला मौका नहीं है जब उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कार्यकर्ताओं के बीच इस तरह की कोई बात कही हो. इससे पहले भी वह कार्यकर्ताओं के बीच इस बात को रख चुके हैं कि संगठन सबसे महत्वपूर्ण है और संगठन से बढ़कर कुछ भी नहीं है. देखा जाए तो एक तरीके से उसी बात को उन्होंने ट्वीट के जरिए दोहराई है. लेकिन राजनीति में टाइमिंग बहुत महत्वपूर्ण होती है और ऐसे में जब प्रदेश अध्यक्ष के नाम को लेकर संशय बना हुआ है, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का यह ट्वीट कई संदेश देता है.

हालांकि इसके यह भी मायने निकाले जा रहे हैं कि कहीं ना कहीं उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अधिकारियों को भी एक मैसेज दिया है कि पार्टी के कार्यकर्ताओं का भी सम्मान होना चाहिए. क्योंकि कई बार पार्टी के कार्यकर्ता अफसरों पर अनदेखी का आरोप भी लगाते रहे हैं. फिलहाल इस ट्वीट के सामने आने के बाद सियासी गलियारे में चर्चा तो खूब है, लेकिन इंतजार पार्टी के आधिकारिक लिस्ट का है जो अभी जारी होनी बाकी है.


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