रमाकांत यादव से जेल में मिले अखिलेश तो बरसीं मायावती, कहा- मुस्लिम नेताओं से मिलने क्यों नहीं जाते?
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के आजमगढ़ की जेल जाकर वहां बंद बाहुबली विधायक रमाकांत यादव से मुलाकात करने पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि सपा आपराधिक तत्वों की संरक्षक पार्टी है.
मायावती ने अखिलेश यादव के गत सोमवार को आजमगढ़ जेल जाकर अपने विधायक रमाकांत यादव से मुलाकात करने का जिक्र करते हुए सिलसिलेवार ट्वीट किये. रमाकांत यादव बलवा करने और चक्का जाम के 20 साल पुराने मामले में जेल में बंद हैं.
बीएसपी सुप्रीमो ने ट्वीट किया, ”समाजवादी पार्टी प्रमुख द्वारा आज़मगढ़ जेल जाकर वहां कैद पार्टी के बाहुबली विधायक रमाकांत यादव से मुलाकात करने और उनसे सहानुभूति व्यक्त करने के कदम को लेकर हर तरफ तीखी प्रतिक्रिया मिलना स्वाभाविक है. यह इस आम धारणा को भी प्रबल करता है कि सपा इन्हीं प्रकार के आपराधिक तत्वों की संरक्षक पार्टी है.”
1.समाजवादी पार्टी के प्रमुख द्वारा आज़मगढ़ जेल जाकर वहाँ कैद पार्टी के बाहुबली विधायक रमाकान्त यादव से मिलकर उनसे सहानुभूति व्यक्त करने पर हर तरफ से तीखी प्रतिक्रिया होना स्वाभाविक है जो इस आम धारणा को भी प्रबल करता है कि सपा इन्हीं प्रकार के आपराधिक तत्वों की संरक्षक पार्टी है।
— Mayawati (@Mayawati) August 24, 2022
बसपा अध्यक्ष ने एक अन्य ट्वीट किया, ”विभिन्न संगठनों एवं आम लोगों द्वारा सपा प्रमुख से यह सवाल पूछना क्या अनुचित है कि वह मुस्लिम नेताओं से मिलने जेल क्यों नहीं जाते, जबकि उनका ही आरोप है कि उत्तर प्रदेश की बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) सरकार में सपा नेताओं को फर्जी मुकदमों में फंसाकर जेल में कैद रखा जा रहा है.”
बता दें कि आजमगढ़ के इटौरा स्थित मंडलीय कारागार में जहरीली शराब काण्ड समेत कई मामलों में निरुद्ध सपा के बाहुबली विधायक रमाकांत यादव से मिलने पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर जमकर भड़ास निकाली थी. उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार चुन-चुन कर सपा नेताओं को फर्जी मुकदमे दर्ज कर जेल भेजने का काम कर रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि यह सब साजिश साल 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर की जा रही है.