सीएम योगी के ओएसडी की सड़क हादसे में मौत, पत्नी गंभीर रूप से घायल, मुख्यमंत्री ने जताया दुख
उत्तर प्रदेश स्थित बस्ती में एक सड़क दुर्घटना में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ओएसडी की मौत हो गई है. बताया जाता है कि बस्ती में हुए इस हादसे में मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के ओएसडी मोतीलाल सिंह की गाड़ी दुर्घटना ग्रस्त हो गई. ये हादसा छुट्टा पशुओं को बचाने के चक्कर में हुआ है.
बस्ती में हुए इस सड़क हादसे में सीएम योगी के ओएसडी की मौत होने के साथ ही उनकी पत्नी भी गंभीर रूप से घायल हो गई हैं. पत्नी को गोरखनाथ जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है. मिली जानकारी के अनुसार ओएसडी गुरुवार देर रात गोरखपुर से लखनऊ जा रहे थे. तभी बस्ती में ये सड़क हादसा हुआ है. बस्ती में ये हादसा नेशनल हाइवे पर खजौला के पास हुआ है.
CM श्री @myogiadityanath जी महाराज ने मा. मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय, गोरखपुर के श्री मोती लाल सिंह जी के सड़क दुर्घटना में दुःखद निधन पर शोक प्रकट किया है।
महाराज जी ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोकाकुल परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
ॐ शांति!
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) August 26, 2022
सीएम ने जताया दुख
वहीं ओएसडी मोतीलाल सिंह की सड़क हादसे में मौत होने पर मुख्यमंत्री ने शोक जताया है. सीएम योगी के कार्यालय द्वारा किए गए ट्वीट में बताया गया, “सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय, गोरखपुर के मोती लाल सिंह के सड़क दुर्घटना में दुखद निधन पर शोक प्रकट किया है. महाराज दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोकाकुल परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं. ॐ शांति!”
UP CM Yogi Adityanath's OSD Motilal dies in road accident
Read @ANI Story | https://t.co/3L6xCX8aSN#RoadAccident #YogiAdityanath #motilalsingh pic.twitter.com/fkW0N5bYRf
— ANI Digital (@ani_digital) August 26, 2022
इससे पहले गुजरात में तिरंगा रैली के दौरान भी एक दुर्घटना हुआ थी. तब गाय से टक्कर में पूर्व सीएम नितिन पटेल घायल गए थे. जिसके बाद पूर्व सीएम के उनके घुटनों में चोट लग गई थी. नितिन पटेल को उनके दाहिने घुटने में चोट लगी थी. हालांकि उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया था कि उनकी चोट गंभीर नहीं है.
बता दें कि अवारा पशुओं को लेकर अभी यूपी में भी योगी सरकार काम कर रही है. ये मुद्दा विधानसभा चुनाव के दौरान भी उठा था.