कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर बोले- ‘आदेश मिले तो ओम प्रकाश राजभर की पूरी पार्टी बीजेपी में हो जाएगी शिफ्ट’
यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर का सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पर निशाना साधा है. अनिल राजभर ने कहा कि अगर आज बीजेपी का आदेश हो जाए तो ओम प्रकाश राजभर की पूरी पार्टी बीजेपी के अंदर आकर साथ खड़ी होगी. उन्होंने कहा कि रात दिन उनकी पार्टी के लोगों का मिलना और टेलीफोन आना मेरे पास जारी है. सिद्धांतविहीन और परिवारवादी राजनीति का कहीं न कहीं तो अंत होना चाहिए.
ओमप्रकाश राजभर पर साधा निशाना
अनिल राजभर ने कहा कि राजभर भी इस बात को समझ गए हैं कि ये नकारात्मक लोग है इनसे न कोई भला हुआ ना आगे होगा. जहां तक रह गई वोट की बात तो 2019 हमसे अलग होकर लड़े, उन्होंने कहा था पूर्वांचल में 2 सीट से अधिक बीजेपी जीती तो हम राजनीति से इस्तीफा दे देंगे. परिणाम सबके सामने हैं. ओपी राजभर की सावधान यात्रा, कार्यक्रम, अभियान को कोई समर्थन जनता या राजभर समाज का नहीं मिलने वाला, राजभर समाज चट्टान की तरह मोदी जी के साथ खड़ा था और आगे भी खड़ा रहेगा.
आदेश मिले तो राजभर की पार्टी बीजेपी में हो जाएगी शिफ्ट
अनिल राजभर ने दावा किया कि 2024 के चुनाव में राजभर, दलित, पिछड़ा, सभी वर्ग बीजेपी के साथ होगा, यूपी में 80 की 80 सीट पर बीजेपी को जीत हासिल होगी. ओपी राजभर ने जब दल बनाया जाति सेंटीमेंट पैदा करके तब कहते थे ना हम चुनाव लड़ेंगे ना परिवार लेकिन खुद भी लड़े, पत्नी को लड़ाया और बेटों को भी लड़ाया. आज अगर बीजेपी आदेश कर दे तो उनकी पार्टी बीजेपी की तरफ शिफ्ट हो जाएगी.
सपा से कट रहा है यादव समाज
अखिल भारत यादव महासभा में सपा की धाक कम होने पर अनिल राजभर ने कहा कि किसी जमाने में यादव महासभा की जड़ पूरी तरह से पूर्वांचल में थी, यादव महासभा अपने संगठन का समर्थन सपा को करती थी, लेकिन नई पीढ़ी विकास की मुख्य धारा से जुड़ना चाहती है. सपा का क्या तरीका है राजनीति करने का ये उसी का परिणाम है कि यादव वर्ग पूरी तरह से समाज में एक तरफ कटता जा रहा है. नई पीढ़ी के लोग समाजवादी पार्टी के बंधन से मुक्त होना चाहते हैं ,जो समाज को बनाने का काम कर रहा है उससे जुड़ना चाहते हैं.
राष्ट्रगान विवाद को लेकर विपक्ष पर हमला
अनिल राजभर ने बेसिक शिक्षा विभाग की किताब में राष्ट्रगान को लेकर शुरू हुई सियासत को लेकर भी अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि विपक्ष को हर बात में साजिश नजर आती है. ये बात जैसे ही संज्ञान में आई तुरंत फर्म को नोटिस जारी किया गया. जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब किया जा रहा है. कहीं कोई मिस प्रिंट हो सकता है, विपक्ष उसका इतना बड़ा मुद्दा बना रहा है. राष्ट्रभक्ति पर बीजेपी को किसी के प्रमाण की जरूरत नहीं है.