विधानसभा में अखिलेश यादव पर सीएम योगी का पलटवार, कहा- ये लोग केवल उपदेश देते हैं
उत्तर प्रदेश में विधानसभा के मानसून सत्र का मंगलवार को दूसरा दिन है. इस दौरान समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े किए. उन्होंने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का नाम लिए बिना निशाना साधा. जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा प्रमुख पर जमकर पलटवार किया.
सीएम योगी ने कहा, “उनकी बातों से दुख साफ नजर आ रहा है. सच्चाई है कि सपा सरकार के दौरान 2017 से पहले सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बंद कर दिए गए थे. अस्पतालों में डॉक्टर नहीं थे. ज्यादातर सीएचसी बंद होने के कारगार पर थे. जिला अस्पतालों की स्थिति भी दयनीय हो गई थी. मैं कह सकता हूं कि 108 के रिस्पांस टाइम को इस सरकार ने और अच्छा किया है. उसमें पहले से सुधार हुआ है. अब सरकार के प्रयासों से हर जिले में मेडिकल कॉलेज के ओर हम बढ़ रहे हैं.”
सीएम योगी का तंज
मुख्यमंत्री ने कहा, “नेशनल फेमली हेल्थ सर्वे इस बात की गवाही देते हैं कि यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतर सुधार हुआ है. सपा प्रमुख को बोलते-बोलते बहुत सारी बातें याद आती हैं. सपने जब तार-तार होंगे तो उसका दूख होता है. उनकी बातों से वो दुख झलक भी रहा था. लेकिन हमें जनता के फैसलों को स्वीकार तो करना ही पड़ेगा. एक समय था लोग अस्पतालों तक नहीं पहुंच पाते थे. इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौत आज जीरो पर पहुंच गई है.”
उन्होंने कहा, “पूर्वांचल में एक इस समय एक वक्त भय का माहौल रहता था, तब सपा सरकार उन क्षेत्रों में और उन परिवारों से मिलने तक नहीं गई, क्योंकि इनके पास फुरसत ही नहीं थी. सपा सराकर संयोग से सत्ता में चार बार थी. लेकिन चारों बार इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों पर कोई संवेदन सराकर ने नहीं व्यक्त की. ये लोग दूसरों को केवल उपदेश देते हैं. कोरोना महामारी के दौरान पता नहीं नेता प्रतिपक्ष कहा गए थे. हमलोगों ने तो कभी नहीं देखा.”