September 22, 2024

उत्तराखण्ड विधानसभाः दुई एकम दुई दुना चार, ये तो है भैजी बल उनका ’विशेष अधिकार’!

देहरादून। विधान सभा सचिवालय की ओर से बैकडोर भर्तियों के मामले पर कार्रवाई के बाद अब तक 205 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है। अभी 45 कर्मचारियों को हटाने के लिए कार्रवाई गतिमान है।

विधानसभा बैकडोर भर्ती मामले में गठित विशेष जांच समिति की संस्तुति के बाद ये कार्रवाई की जा रही है। गौरतलब है कि विशेष समिति की जांच रिपोर्ट पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी ने साल 2016 से 2022 के बीच तदर्थ आधार पर हुई भर्तियों को रद्द कर दिया है। हालांकि तत्कालीन विधानसभा अध्यक्षों के मुताबिक ये भर्तियां नियमानुसार की गई हैं। लेकिन इस मामले में गठिन समिति के रिपोर्ट के मुताबिक इन भर्तियों में नियमों का पालन नहीं किया गया था। इन भर्तियों को रद्द करने बाद स्पीकर ऋ़तु खण्डूड़ी चारों तरफ समर्थकों द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा भी होने लगी।

लेकिन अब बदलते राजनीतिक समीकरणों के बाद स्पीकर ऋतु खण्डूड़ी अपने विरोधियों के निशाने पर है। बीते रोज सोशल मीडिया पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी द्वारा नियुक्त किए गए तीन कर्मचारियों का आदेश का पत्र वायरल हो रहा है।

सोशल मीडिया पर ऋतु खंडूड़ी द्वारा नियुक्त किए गए इस पत्र को सबसे पहले यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने पोस्ट किया। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की नियुक्तियां करके विधानसभा अध्यक्ष द्वारा किस तरह का संदेश दिया जा रहा है? उन्होंने कहा एक तरफ विधानसभा अध्यक्ष पूर्व में की गई नियुक्तियों का निरस्तीकरण कर रही है। वहीं, दूसरी ओर खुद ही इस तरह की नियुक्तियां कर रही हैं। शिव प्रसाद सेमवाल ने सवाल उठाया कि नियुक्त किए गए यह कर्मचारी उत्तराखंड के बाहर से है, जिसका उन्होंने विरोध किया है। सेमवाल ने कहा उत्तराखंड में बाहरी लोगों को क्यों रोजगार में आगे रखा जा रहा है?

इस पूरे मामले पर कांग्रेस ने भी सरकार को आड़े हाथ लिया है। कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने इसे भाजपा की कथनी और करनी का सबब बताया। गरिमा ने आरोप लगाया कि भाजपा के दिखाने के दांत और हैं और खाने के और. एक तरफ सरकार विधानसभा भर्ती घोटाले में सख्त कार्रवाई की बात कहकर खुद की पीठ थपथपा रही है। वहीं, सामने आए इस पत्र से साफ हो गया कि सरकार की रीति-नीति क्या है?

दिल्ली दौरे पर पहुंची विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि यह पूरी तरह से पूर्वाग्रह से ग्रसित मामला है। उन्होंने कहा नियुक्ति के आदेश में साफ देखा जा सकता है कि विधानसभा अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त होते ही यह नियुक्तियां स्वतर: समाप्त हो जाएंगी। वहीं, बाहरी लोगों को नियुक्ति देने के सवाल पर उन्होंने कहा वह एक बेहतर व्यवस्था चाहती हैं, जिसके लिए वह लगातार प्रयास कर रही हैं। उत्तराखंड में भी बेहतर लोग हैं, लेकिन उनके हर फैसले का कुछ लोग इसलिए विरोध कर रहे हैं. क्योंकि उनके फैसले से कईयों को दुख हुआ है। उनके द्वारा नियुक्त किए गए लोग बेहद क्वालिफाइड और योग्य हैं।

वहीं आनंद रावत ने फेस बुक पेज के जरिए इस मामले में अपनी टिप्पणी दी है। उन्होंने लिखा है कि-“देख रहे हो ना बिनोद“ देवभूमि उत्तराखंड में क्या हो रहा है?
विधानसभा अध्यक्ष रितु खण्डूरी जी ने प्रदेश के युवाओं से वादा किया था कि बैकडोर भर्ती मामले में वो कड़ा फ़ैसला लेंगी ? लेकिन ये क्या ? रितु खण्डूरी जी फ़िज़िक्श पढ़ाने के नाम पर गणित पढ़ाने लगी ? अरे समझे नहीं ?
“ अब क्या बताऊँ “
रितु खण्डूरी जी खुद बैकडोर से दिल्ली निवासी अशोक शाह
को विधानसभा में नियुक्त करके बैठी हुई है ?
पता नहीं क्या- क्या सामने आएगा ?
वैसे दीदी आपसे ये उम्मीद नहीं थी ? मैं तो सोच रहा था की भविष्य में हम सुनेंगे कि उत्तराखंड के लिए “ रितु खण्डूरी है जरूरी “ लेकिन आप तो पहले कदम में ही फिसल गयी ?

वहीं सोशल मीडिया पर ये पोस्ट वाइरल हो रही जिसमें स्पीकर ऋतु खण्डूडी से सवाल किये जा रहे हैं। हालांकि दस्तावेज डॉट काम इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।

उत्तराखंड की विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी द्वारा की गई प्रदेश से बाहर बिहार और दिल्ली के लोगों की इन नियुक्तियों के बारे में आप क्या कहेंगे !!
क्या उत्तराखंड का कोई भी बेरोजगार इन नियुक्तियों के लायक नहीं था !! इनकी नियुक्तियों के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई गयी ?
कहां विज्ञापन निकला? किसने फार्म भरे? कहां पेपर हुए?

(1)विशेष कार्याधिकारी (विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण) – अशोक शाह पुत्र स्व डी एल शाह निवासी मकान नंबर सी-5-बी , 11 बी ,सी 5 बी ब्लॉक, जनकपुरी पश्चिमी दिल्ली, दिल्ली ।

सैलरी – लेवल 10 तनख्वाह लगभग #एक लाख प्रतिमाह

(2)सहायक जन सम्पर्क अधिकारी (विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण) – आभास सिंह पुत्र श्री भूपेंद्र सिंह निवासी फ्लैट नंबर 1103, ब्लॉक ए , 6 एवेन्यू , गौर सिटी 1, नोएडा एक्सटेंशन, उत्तर प्रदेश

सैलरी – लेवल 7 लगभग तनख्वाह 60 हजार प्रति माह।

(3) सहायक सूचना अधिकारी (विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण) – उत्कर्ष रमन पुत्र श्री विजेंदर प्रताप पाण्डेय,निवासी – मूल निवासी पटना बिहार
सैलरी – लेवल 7 तनख्वाह लगभग 60 हजार रुपए

(4) सलाहकार (विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण) – ललित डागर निवासी *28 कैलाश नगर , नई दिल्ली , दिल्ली

ये है युवाओं की मसीहा बनी विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण जिन्होंने अपने सभी
निजी स्टाफ पर उत्तराखंड के बाहर के लोगो को तरजीह दी गयी है । क्या उन्हें
उत्तराखंड का एक भी युवा इस काबिल नही लगा जो इस योग्य हो ।

ये है विधानसभा अध्यक्ष का उत्तराखंड के प्रति लगाव व विधानसभा अध्यक्ष का विशेषाधिकार।


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