September 22, 2024

केंद्र सरकार ने 1 साल के लिए चीनी के निर्यात पर लगाया प्रतिबंध, जानें क्या है बड़ी वजह

दुनिया में चीनी के सबसे बड़े उत्पादक देश भारत ने घरेलू बाजार में कीमतों में बढ़ोतरी को रोकने के लिए अक्टूबर 2023 तक इसके निर्यात पर प्रतिबंधित लगा दिया है. सरकार और उद्योग के अधिकारियों के अनुसार, भारत को इस साल रिकॉर्ड गन्ने का उत्पादन करने की उम्मीद है. साल 2021-22 के विपणन वर्ष में भारत का चीनी निर्यात 57% बढ़कर 109.8 लाख टन हो गया, जो कि सितंबर में समाप्त हुआ. इससे लगभग 40,000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा भारत को प्राप्त हुआ.

80 लाख टन तक के निर्यात की अनुमति मिल सकती है

2021 और 2022 के बीच देश में 5,000 लाख टन से अधिक गन्ने का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ, जिसमें से चीनी मिलों ने लगभग 3,574 लाख टन की पेराई करके लगभग 394 लाख टन चीनी (सुक्रोज) का उत्पादन किया. इसमें से 359 लाख टन चीनी का उत्पादन चीनी मिलों द्वारा किया गया, जबकि 35 लाख टन चीनी को एथेनॉल निर्माण के लिए डायवर्ट किया गया. गन्ने की पेराई का मौसम अक्सर अक्टूबर या नवंबर में शुरू होता है और अप्रैल के मध्य तक रहता है, जबकि चीनी का मौसम आमतौर पर अक्टूबर से सितंबर तक चलता है. वहीं, भारत में इस साल रिकॉर्ड चीनी फसल का उत्पादन होने की उम्मीद है, जिससे नई दिल्ली को 80 लाख टन तक के निर्यात की अनुमति मिल सकती है.

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