बल्ला थाम क्रिकेट पिच पर उतरे सीएम योगी, लगाया स्ट्रेट ड्राइव, देखें वीडियो
सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर ‘सरदार पटेल राष्ट्रीय दिव्यांग-टी20 कप’ टूर्नामेंट का शुभारंभ किया गया. सोमवार को यूपी की राजधानी लखनऊ के भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस प्रतियोगिता का आगाज किया. इस दौरान वह क्रिकेट पर भी उतरे और एक परिपक्व खिलाड़ी की तरह सीधे बल्ले से गेंद को स्ट्रेट ड्राइव खेला. बता दें कि इस प्रतियोगिता में मैच मंगलवार से सात नवंबर तक राजधानी के चार क्रिकेट ग्राउंड में खेले जाएंगे.
वहीं इससे पहले सीएम योगी ने खिलाड़ियों को संबोधित करके उनका हौसला बढ़ाया. उन्होंने इस दौरान स्टीफन हाकिंग्स से लेकर महाकवि सूरदास का उदाहरण देते हुए दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का सबक दिया. सीएम योगी ने कहा कि इन महान लोगों ने दिव्यांग होने के बावजूद अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया और पूरी दुनिया आज इनको जानती है.
#WATCH | Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath plays cricket after the inaugural program of 'Sardar Patel National Divyang-T20 Cup' tournament, in Lucknow pic.twitter.com/un8e0w1acB
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 31, 2022
‘रन फॉर यूनिटी’ को भी हरी झंडी
वहीं आज सीएम योगी ने सरदार पटेल की जयंती ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के अवसर पर यहां पांच कालिदास मार्ग पर ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी देने से पहले आयोजित समारोह को भी संबोधित किया. लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि उनके जैसा महानायक जिस देश में हो, वह आतंकवाद, उग्रवाद, अलगाववादियों और भ्रष्टाचारियों के सामने घुटने नहीं टेक सकता.
Lucknow, UP | CM Yogi Adityanath at the inaugural program of 'Sardar Patel National Divyang-T20 Cup' tournament on the occasion of the birth anniversary of Sardar Vallabhbhai Patel pic.twitter.com/7RhIlDC3pk
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 31, 2022
सरदार पटेल को भूलने का प्रयास
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि आजादी के बाद भले ही कुछ सरकारों ने सरदार पटेल को भूलने का प्रयास किया हो, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरा देश उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट कर रहा है. सीएम ने कहा कि सरदार पटेल जैसा महानायक जिस देश में हो, वह मजबूती के साथ दुष्प्रवृत्तियों के खिलाफ लड़ने के लिए अपने आपको तैयार करता है. उन्होंने कहा कि आप देख रहे होंगे कि आज देश में नक्सलवाद समाप्त हो रहा है और फिर से भारत के संविधान के दायरे में आकर कश्मीर के अंदर एक नई धारा बहनी प्रारंभ हुई है. पूर्वोत्तर के राज्य, जहां कभी उग्रवाद चरम पर था, वे अब फिर से भारत की एकता के लिए कदम बढ़ा रहे हैं.
अखंडता के शिल्पी सरदार पटेल
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरा देश स्वतंत्र भारत की एकता और अखंडता के शिल्पी सरदार पटेल की 147वीं जयंती पर देश और समाज के लिए उनके दिए योगदान को याद कर रहा है. उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि अंग्रेजों की कुटिल चाल भारत को कई टुकड़ों में बांटने की थी. भारत में 563 से अधिक रियासतें थीं और उस समय की ब्रिटिश सरकार ने इन रियासतों को यह आजादी दी थी कि वे चाहें तो भारत में रह सकती हैं और यदि वे चाहें तो पाकिस्तान के साथ जा सकती हैं, या अपना स्वतंत्र अस्तित्व बनाये रख सकती हैं.
भारत को एकता के सूत्र में बांधा
वहीं सरदार पटेल ने अपनी सूझबूझ, संगठनात्मक क्षमता और मातृभूमि के प्रति अपनी अगाध निष्ठा से भारत को एकता के सूत्र में बांधते हुए सभी रियासतों को शांतिपूर्ण तरीके से वर्तमान भारत का एक महत्वपूर्ण अंग बना दिया. सीएम योगी ने बताया कि जूनागढ़ और हैदराबाद की रियासतें तो इस बात का प्रयास कर रही थीं कि वे अपना स्वतंत्र अस्तित्व बना लें या फिर पाकिस्तान में शामिल हो जाएं, लेकिन उनकी एक नहीं चल पाई.