September 22, 2024

निःशुल्क इलाज में आनाकानी करने पर आयुष्मान योजना से बाहर होंगे अस्पताल

देहरादून। आयुष्मान योजना में शामिल कोई अस्पताल यदि छः महीने तक एक भी मरीज का निशुल्क इलाज नहीं करता तो उसे योजना से बाहर कर दिया जाएगा। मरीजों के इलाज में आनाकानी के मामले सामने आने के बाद राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण अस्पतालों पर सख्ती करने जा रहा है।

उत्तराखण्ड में सरकार ने सभी नागरिकों के लिए आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख रूपये तक के कैशलेस इलाज की सुविधा दी है। इसके तहत राज्य व अन्य प्रदेशों के 132 सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों को संबद्ध किया गया है। लेकिन कई अस्पताल ऐसे हैं जो योजना में संबद्ध हेने के बावजूद मरीजों को इलाज देने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। ऐसा अस्पतालों की ओर से इलाज के पैकेज की दर कम होने की वजह से किया जा रहा है।

आरोप है कि मरीज आयुष्मान कार्ड लेकर अस्पताल में जाते है लेकिन वहां के डॉक्टर मरीजों को इलाज की दर कम होने की बात बताकर अरिक्ति पैसे देने की बात कहते है। बड़ी संख्या में मरीजों के स्टेट हेल्थ एजेंसी पैसे वापस भी कर चुकी है। इन सभी परेशानियों को देखते हुए अब राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण अस्पतालों के साथ सख्ती बरतने जा रहा है।

राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अध्यक्ष डीके कोटिया ने बताया कि यदि कोई अस्पताल छः महीने तक योजना में एक भी मरीज का निःशुल्क इलाज नहीं करता तो उसे योजना से स्वतः बाहर करने की व्यवस्था की गई है।


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