गढ़वाल विश्वविद्यालय में मनाया गया ‘जनजातीय गौरव दिवस’
श्रीनगर (गढ़वाल)। आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की श्रृंखला में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में ‘जनजातीय गौरव दिवस’ का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के एसीएल सभागार में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. एम.एस. नेगी की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम के अवसर पर भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. महावीर सिंह नेगी ने कहा कि देश के आदिवासियों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, धरोहर और उनके द्वारा राष्ट्र के निर्माण में दिए गए योगदान को आज याद करने का दिन है। वहीं डॉ. देवेंद्र सिंह अस्सिटेंट प्रोफेसर शिक्षा विभाग ने कहा कि बिरसा मुंडा के बारे में अभी तक कई लोगों को कम जानकारी उपलब्ध है, इसलिए बिरसा मुंडा जैसे आजादी के कई महापुरुषों के इतिहास को संजोने की जरूरत है।
डॉ. राकेश नेगी ने कहा कि बिरसा मुंडा के योगदान से सीख लेने की जरूरत है तभी हम अपने समाज के लिए कुछ योगदान कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि जनजातीय लोग बिरसा मुंडा को अपना भगवान मानते है इसलिए उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है।
‘जनजातीय गौरव दिवस’ पर विश्वविद्यालय में आयोजित भाषण प्रतियोगिता में हिमांशी नौटियाल, बी.एस.सी. तृतीय सेमेस्टर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वही द्वितीय स्थान पर प्रियंका खत्री बी.एस.सी. तृतीय सेमेस्टर रही तथा तृतीय स्थान पर गणेश बी.एस.सी. तृतीय सेमेस्टर रहे।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. महेंद्र बाबू, आयोजन समिति के सदस्य डॉ. हीरा लाल यादव, डॉ. राकेश नेगी, डॉ. कपिल पंवार, डॉ. लक्ष्मण कंडारी, शोध छात्र सुनील सिंह, मासकॉम के छात्र राजेन्द्र सिंह, सुमित राज, ऋतुराज, प्रदीप शाह, अमीषा शाह, सुरभि थपलियाल, तुषार शंडलिया राष्ट्रीय सेवा योजना एन.सी. सी. शारीरिक शिक्षा विभाग, हिंदी विभाग के साथ ही विश्वविद्यालय के अन्य विभिन्न छात्र छात्राओं ने भाग लिया।