ईडी के सामने पेशी से पहले सीएम सोरेन बोले – सरकार गिराने की हो रही कोशिश, घोटाले का आधार समझ से परे
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा, ”आज मुझे ईडी के दफ्तर में जाना है, जैसे कि मुझे समन दिया गया है. मैंने एक पत्र ईडी को भेजा है. ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है. मुझे पूछताछ के लिए बुलाया गया है.” उन्होंने कहा, ”आरोप कहीं से भी सही नहीं लगते. 1000 करोड़ का घोटाला करने के लिए कितने करोड़ का खनन होगा. जांच एजेंसियों को पूरी जांच कर ही आगे बढ़ना चाहिए था. जैसे कारवाई चल रही है, ऐसा लगता है कि हम देश छोड़कर भागने वाले हैं. सरकार को अस्थिर करने का षड़यंत्र कहा जा सकता है, जो हमारी सरकार बनने के बाद से जारी है.”
बैठकों का दौरा जारी
सीएम हेमंत सोरेन की ईडी के सामने पेशी से एक दिन पहले ही बुधवार (16 नवंबर) को कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के आवास में पार्टी विधायकों की बैठक भी हुई थी. हालांकि, इसमें पार्टी के निलंबित विधायकों सहित आठ विधायक नहीं पहुंचे. कांग्रेसी विधायकों ने कहा कि वो पूरी एकजुटता के साथ वर्तमान परिस्थिति से लड़ेंगे. इसके के बाद देर शाम मुख्यमंत्री सोरेन के आवास पर गठबंधन के विधायकों के साथ एक बैठक भी हुई.
किस मामले में होगी पूछताछ?
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के उल्लंघन और साहेबगंज जिले में एक अवैध खनन मामले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के लिए तलब किया है. ईडी ने मामले में सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा और दो अन्य स्थानीय कथित बाहुबली बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार किया है. ईडी ने कहा है कि उसने राज्य में अब तक 1000 करोड़ रुपये के अवैध खनन से संबंधित अपराध का पता लगाया है.
झारखंड में अवैध खनन और मनी लॉड्रिंग के मामले में कई छापेमारी हुई हैं. छापेमारी के दौरान हेमंत सोरेन से संबंधित मिले कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं. इनमें उनकी कई बैंकों की चेकबुक, पासबुक और हेमंत सोरेन के साइन शामिल हैं. ईडी को इस मामले में महत्वपूर्ण दस्तावेज गिरफ्तार आरोपी पंकज मिश्रा के पास से बरामद हुए थे.