September 22, 2024

तवांग झड़प के बाद प्लान में चेंज! कड़ाके की ठंड में भारतीय सेना ने LAC पर की खास तैयारियां, दुश्मन सैनिकों पर होगा तगड़ा प्रहार

सीमा पर जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है, भारतीय सेना अपने आपको और भी ज्यादा मजबूत करने में लगी हुई है. पिछले सप्ताह अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर के यांग्त्से में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प के बाद भारतीय सेना दुश्मनों पर और भी ज्यादा पैनी नजर रख रही है. कड़ाके की ठंड और बर्फबारी के बीच सेना के जवान LAC पर चीनी सैनिकों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं. भारतीय सेना ने खास इंतजाम किए हैं.

सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि हम खराब मौसम और इलाके की स्थिति को देखते हुए सैनिकों, युद्ध के भंडार और गोला-बारूद को डंप किए जाने को सुनिश्चित कर रहे हैं.

सैन्य अधिकारी ने कहा, “यह 3,488 किलोमीटर लंबी एलएसी, जिसमें पश्चिमी (लद्दाख), मध्य (उत्तराखंड, हिमाचल) और पूर्व में (सिक्किम, अरुणाचल) के सभी तीन क्षेत्रों के लिए अनिवार्य रूप से खास तैयारी है. निश्चित रूप से पूर्वी लद्दाख और अरुणाचल पर खास ध्यान दिया जा रहा है, जहां दोनों पक्षों (भारत और चीन) ने लगभग 50,000 सैनिकों को कड़ाके की ठंड में तैनात कर रखा है.”

वहीं, एक अन्य अधिकारी ने कहा, “पूर्वी लद्दाख में डेमचोक और चुमार से लेकर अरुणाचल में यांग्त्से और फिश टेल -1 और 2 तक एलएसी के साथ विवाद के 23 प्रमुख क्षेत्रों पर भी खासा ध्यान केंद्रित किया गया है.”

चीनी घुसपैठ और उसके अतिक्रमण को नहीं किया जाएगा बर्दाश्त

अधिकारी ने यह भी कहा, “कड़ाके की ठंड के मौसम के दौरान पूर्व में दोनों देशों (भारत और चीन) की सेनाएं एलएसी की कई अग्रिम चौकियों को खाली कर देती थीं. सर्दियों के दौरान उत्तरी सीमाओं के ऊंचाई वाले क्षेत्रों पर सैनिकों की संख्या को काफी कम कर दी जाती थी. वहीं, अब दोनों देशों के तनाव के बीच ऐसा नहीं किया जा रहा है. अब हम अत्यधिक सर्दी में भी अपने सैनिकों को ऊंचाई वाले क्षेत्रों पर तैनात किए हुए हैं. चीनी घुसपैठ और उसके अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, हमारे सैनिक उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं.”

तवांग क्षेत्र में हुई झड़प पर भारत ने जताया कड़ा विरोध

बता दें कि 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र के यांग्त्से में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई. दोनों देशों के सैनिकों के बीच कुछ घंटों तक चली झड़प में दोनों पक्षों को चोटें आईं. घायल हुए लोगों में से कम से कम छह भारतीय सैनिकों को इलाज के लिए गुवाहाटी के सैन्य अस्पताल में ले जाया गया. एलएसी में हुई इस घटना पर भारत ने चीन के खिलाफ कड़ा विरोध जताया है. साथ ही अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने भी चीन की इस हरकत पर आवाज उठाई है.


WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com