अक्षय तृतीया से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा का लोगों में अभी से दिखाई देने लगा उत्साह
चारधाम यात्रा की शुरुआत से पहले पर्यटन सुविधाओं के विस्तार के लिए टीएचडीसी और उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) के हाथ मिले हैं। ऋषिकेश में 13 करोड़ की चारधाम यात्रा पंजीकरण केंद्र और अस्थायी विश्राम गृह आदि की योजनाओं के लिए टीएचडीसी 50 फीसदी धनराशि उपलब्ध कराएगा। दरअसल, 2014 में इन योजनाओं की स्वीकृति मिल गई थी, लेकिन 3.70 हेक्टेयर वन भूमि के हस्तांतरण की प्रक्रिया में देरी हो गई। अब जाकर सारी स्थिति साफ हो पाई है।
दोनों संस्थाओं के बीच हुए करार के अनुसार तीर्थनगरी के चारधाम यात्रा बस ट्रांजिट कंपाउंड के समीप 13.66 करोड़ के प्रस्तावित फोटोमीट्रिक पंजीकरण केंद्र, यात्री प्रतीक्षालय, आपदा प्रशमन केंद्र आदि योजनाओं पर काम किया जाएगा। सेवा-टीएचडीसी की ओर से यूटीडीबी को करीब 6.83 करोड़ की धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। करार पर उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के उप निदेशक वाईके गंगवार और सेवा- टीएचडीसी के सचिव केके सिंघल और अधिशासी निदेशक एचएल भारज ने हस्ताक्षर किए हैं।
‘पुरुषोत्तम मास’ से इस बार यात्रा की आस
केदारनाथ आपदा के बाद उत्तराखंड में धीरे-धीरे यात्रा व्यवस्था सुधर रही है। हर साल बढ़ती यात्रियों की संख्या इसका प्रमाण है। इस लिहाज से इस बार भी यात्रियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। पुरुषोत्तम मास से जुड़ी एक धार्मिक वजह और है, जिससे यात्रियों की संख्या के काफी आगे जाने की संभावना प्रकट की जा रही है।
दरअसल, पंचांग गणना के मुताबिक, हर तीसरे साल में पुरुषोत्तम मास आता है। इसे अधिक मास भी कहा जाता है। यानी इस पूरे साल में 12 की जगह 13 महीने होते हैं। माना जाता है कि दान, धर्म, पुण्य कार्य के लिए इस साल में एक महीना ज्यादा मिलता है। यह पुरुषोत्तम मास शुरू हो चुका है। ऐसे में माना जा रहा है कि यात्रा में इस बार रिकार्ड श्रद्घालु उमडे़ंगे। बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह के अनुसार, यह पुराना रिकार्ड रहा है कि जब-जब पुरुषोत्तम मास रहा, उस वर्ष यात्रा में ज्यादा यात्री आए। इस वजह से हम ज्यादा यात्रियों के आने की उम्मीद कर रहे हैं।
नई वेबसाइट से सुधरेगी बुकिंग की रफ्तार
गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) ने अपनी नई वेबसाइट को लांच कर दिया है। इसके बाद जीएमवीएन प्रबंधन का दावा है कि रेस्ट हाउसों की बुकिंग की रफ्तार काफी तेज हो जाएगी। इन स्थितियों के बीच, एक सप्ताह से बुकिंग में दिक्कतों की शिकायत भी आ रही है। जीएमवीएन की वेबसाइट काफी पुरानी है। इस वजह से इसमें बल्क बुकिंग में दिक्कत पेश आ रही थी। एक सप्ताह पहले नई वेबसाइट को शुरू कर दिया गया है। इस वेबसाइट पर अब भी काम चल रहा है। अपर सचिव पर्यटन/एमडी जीएमवीएन ज्योति नीरज खैरवाल के अनुसार, बेहतर रिजल्ट के लिए वेबसाइट परिवर्तन कराया गया है। बहुत जल्द सारी स्थिति सुधर जाएगी। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा में पर्यटन विभाग के स्तर पर तेजी से तैयारी की जा रही है।