देहरादूनः जोशीमठ मामले को लेकर कांग्रेसियों ने सीएम आवास का किया घेराव
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस इन दिनों विभिन्न जनमुद्दो को लेकर आक्रामक हैं। सरकार पर प्रहार करने के लिए उसे जोशीमठ का मुद्दा मिल गया है। मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
माहरा ने कहा कि जोशीमठ मामले को लेकर सरकार गंभीर नहीं है और गैरजिम्मेदाराना रुख अपना रही हैं। उन्होंने कहा कि 3 दिनों से उन्हें मुख्यमत्री से मिलने का समय नहीं दिया गया, जिससे यह साफ होता है कि सरकार जोशीमठ को लेकर कितनी गंभीर हैं।
सरकार के किसी भी प्रभारी मंत्री ने अभी तक वहां पर रात्रि विश्राम नहीं किया। सरकार ने अभी तक जोशीमठ मामले को आपदा घोषित नहीं किया जो की बहुत ही चिंता जनक विषय है।
करन माहरा ने कहा कि जोशीमठ के लोगों को भी वही मुआवजा दिया जाना चाहिए जो मुआवजा बद्रीनाथ धाम के लोगों को दिया जा रहा हे
उन्होंने कहा कि जोशीमठ के लोगों का कहना है कि देहरादून के आसपास के इलाकों में उन्हें बसाए जाए जैसे कि टिहरी विस्थापितों को देहरादून के आसपास के इलाकों में बसाया गया है।
उन्होंने कहा कि जोशीमठ पीड़ितों का मानना है कि 5 हजार की आर्थिक सहायता देना वहां लोगों के साथ छलावा है। जोशीमठ अंदर-अंदर खोखला हो रहा है।
उन्होंने सरकार को सुझाव दिया कि जोशीमठ में कैबिनेट मंत्रियों का डेलिगेशन भेजा जाए ताकि हर एक वार्ड में जाकर मंत्री लोगों की तकलीफो को सुनें और उसका निदान करें। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में पौधारोपण करने की जरूरत हैं।
कांग्रेस के कई नेताओं ने वार्डो का निरीक्षण किया। लोगों से मिलने के बाद उन्हें पता चला कि लोग सरकार से नाराज है।
सरकार के मंत्री वहां पहुंच रहे है और निर्देश देकर वापस आ रहे हैं। बच्चों की बोर्ड की परीक्षाएं आ रही हैं, वे कैसे परीक्षा देंगे, इसको लेकर भी सरकार संवदेनहीन नजर आ रही हैं
इससे पहले कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में सीएम आवास पहुंचा, जहां पुलिस ने राजभवन पर कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल को रोक दिया।
इस दौरान पुलिस और कांग्रेसकार्यकताओं के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई। करन माहरा का कहना है कि वह बीते 3 दिनों से सीएम से मिलने का समय मांग रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री से समय ना मिलने पर कांग्रेस में आक्रोश दिखा।