क्या दिल्ली की राजनीति में कभी एंट्री नहीं करेंगे सीएम योगी? खुद किया बड़ा खुलासा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने रामचरितमानस विवाद, लोकसभा चुनाव और मौलाना मदनी के बयान समेत कई मुद्दों पर जवाब दिया. उन्होंने लखनऊ का नाम बदलने की मांग पर भी प्रतिक्रिया दी. लेकिन दिल्ली की राजनीति में खुद की एंट्री पर मुख्यमंत्री ने काफी रोचक जवाब दिया.
सीएम योगी से सवाल किया गया कि क्या वो खुद को केंद्र में देखना चाहते हैं या राज्य की सत्ता में बने रहना चाहते हैं. तब सीएम योगी ने कहा, “मैं मठ में रहता हूं और मठ में रहना चाहता हूं. मैं संन्यासी हूं. राजनीति मेरा फुल टाइम जॉब नहीं है. राजनीति को कभी भी मैंने अपना सब कुछ मानकर काम नहीं किया. मैं एक योगी हूं और योगी के रूप में ही रहना चाहता हूं.”
प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर जवाब
उनके इस बयान से स्पष्ट हो गया कि अभी उनका केंद्र की राजनीति में एंट्री का कोई इरादा नहीं है. जब उनसे भविष्य में प्रधानमंत्री बनने पर सवाल हुआ तब मुख्यमंत्री ने कहा, “एक योगी नेतृत्व देने की क्षमता भी रखता है, इस चुनौती को स्वीकार भी किया है. मैंने कभी नहीं कहा कि मैं प्रधानमंत्री बनने जा रहा हूं. मैं एक योगी हूं और एक योगी के रूप में ही रहना चाहता हूं.”
हालांकि यूपी का दूसरी बार लगातार मुख्यमंत्री बनने पर जब सवाल हुआ तब सीएम योगी ने कहा, “उन्हें सबसे ज्यादा खुशी तब हुई थी जब उन्होंने एक योगी रूप में दीक्षा ली थी और वो उसी रूप में रहना पसंद करेंगे. उन्हें खुशी और गम कभी नहीं रहता है.”
इस दौरान लोकसभा चुनाव पर कहा कि विपक्ष में कोई दम नहीं है. कांग्रेस को कोई नेता मानने को तैयार नहीं है. दूसरे दल की बात तो छोड़िए उनके दल के ही लोग नहीं मान रहे हैं. 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने किसी से कोई तुलना नहीं हो सकती है.