September 22, 2024

Z+, Y+, Z… नाम तो सुने होंगे, पर ये सुरक्षा क्या होती है? आपको अंतर पता है

बिहार के कद्दावर नेता उपेंद्र कुशवाहा को केंद्र सरकार ने Y+ कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की है। कुशवाहा ने जनता दल (यू) से बगावत करने के बाद ‘राष्ट्रीय लोक जनता दल’ के नाम से नई पार्टी बनाई है। सूत्रों के मुताबिक कुशवाहा को खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के आधार पर ये सुरक्षा दी गई है। अब कुशवाहा की सुरक्षा में 11 कमांडो तैनात किए जाएंगे। इससे पहले केंद्र सरकार ने चिराग पासवान को Z कैटेगरी और मुकेश सहनी को Y+कैटेगरी सुरक्षा दी थी। आखिर केंद्र सरकार किन नेताओं को Y या Z प्लस की सुरक्षा देते हैं और इन सुरक्षा घेरों में क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं आइए बताते हैं।

कौन कौन सी मिलती है सुरक्षा?

आपको बता दें कि देश में सरकार द्वारा कुछ लोगों को सुरक्षा दी जाती है। ये सुरक्षा उन लोगों को दी जाती है, जिन्हें किसी तरह का खतरा होता है। सुरक्षा एजेंसी व्यक्ति की जान के खतरे को देखती हैं और उसके आधार पर सुरक्षा दी जाती है। भारत में आमतौर पर पांच तरह की वीवीआईपी सुरक्षा दी जाती हैं। ये हैं Z+, Z, Y+, Y और X श्रेणी की सुरक्षा।

1. Z+ सिक्योरिटी

भारत में Z+ सुरक्षा सर्वोच्च श्रेणी की सुरक्षा मानी जातती है। Z+ सुरक्षा में संबंधिक व्यक्ति के पास 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो और पुलिस कर्मी समेत 55 ट्रेंड जवान तैनात किए जाते हैं। ये सभी कमांडो 24 घंटे व्यक्ति के चारों तरफ पैनी नजर रखते हैं। सुरक्षा में लगा हर एक कमांडो मार्शल आर्ट का स्पेशलिस्ट होता है। इसके साथ ही इस जत्थे में आधुनिक हथियार भी होते हैं। भारत में Z+ सुरक्षा पाने वालों में पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत कई बड़े चेहरे शामिल हैं।

2. Z सिक्योरिटी

Z+ के बाद सबसे सुरक्षित सिक्योरिटी में Z सुरक्षा का नाम आता है। ये Z+ से थोड़ी अलग है। इसमें संबंधित व्यक्ति के आसपास 6 से 6 NSG कमांडो और पुलिस कर्मियों समेत 22 जवान तैनात रहते हैं। ये सुरक्षा दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी या सीआरपीएफ के जवानों द्वारा दी जाती है। भारत में बाबा रामदेव समेत कई अभिनेताओं और नेताओं के पास है।

3. Y+ सिक्योरिटी

Z सिक्योरिटी के बाद Y+ सुरक्षा का नाम आता है। इस सुरक्षा घेरे में 11 सुरक्षा कर्मी शामिल होते हैं। इसमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ शामिल होता है। इसके साथ ही इस जत्थे में पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं। उपेंद्र कुशवाहा को सरकार ने यही सुरक्षा प्रदान की है।

Y श्रेणी की सुरक्षा में 1 या 2 कमांडो और पुलिस कर्मियों सहित 8 जवानों का सुरक्षा कवच प्रदान किया जाता है। इसमें सुरक्षा के रूप में दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (पीएसओ) भी प्रदान किया जाता है। भारत में इस श्रेणी की सुरक्षा पाने वाले लोगों की संख्या काफी ज्यादा है।

5. X सिक्योरिटी

X श्रेणी की सुरक्षा में संबंधित व्यक्ति के साथ 2 सशस्त्र पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाता है। यह सुरक्षा पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर द्वारा प्रदान की जाती है। भारत में काफी संख्या में लोगों को इस श्रेणी की सुरक्षा मिलती है।

कौन देता वीआईपी को सिक्योरिटी?

भारत में वीवीआईपी लोगों को कई सुरक्षा एजेंसी द्वारा सिक्योरिटी दी जाती है। इसमें एसपीजी (SPG), एनएसजी (NSG), आईटीबीपी (ITBP) और सीआरपीएफ (CRPF) जैसी एजेंसी शामिल हैं। इस सुरक्षा को लेने के लिए सरकार को एप्लीकेशन देनी होती है, इसके बाद खुफिया एजेंसी व्यक्ति को होने वाले खतरे का अंदाजा लगाती हैं और उसके बाद ही सुरक्षा तय की जाती है। गृह सचिव और डायरेक्टर जनरल और चीफ सेक्रेटरी की कमेटी तय करती है कि किस व्यक्ति को कौन सी सुरक्षा दी जाए।


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