अलवर में फर्जी आधार कार्ड बनवाकर रहने वाले 33 बांग्लादेशियों के आधार सीज
राजस्थान के अलवर में एक बार फिर फर्जी आधार बनाकर बांग्लादेशियों के रहने की बात सामने आई है। यहां अलवर जिले में बांग्लादेशी नागरिकों ने अलवर के मांजरी में ई-मित्र संचालकों से अवैध रूप से कार्ड बनवा लिए। मामला सामने आते ही सभी के आधार सीज कर दिए गए हैं। इतना ही नहीं पुलिस ने पकड़े गए बांग्लादेशियों को अरेस्ट कर लिया है।
अवैध आधार कार्ड बनाए जाने का मामला खुला तो 33 बांग्लादेशी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। अलवर पुलिस ने उनके पास से 20 फर्जी आधार कार्ड बरामद किया। माजरीकलां स्थित ईंट भट्टो पर अवैध रूप से रह रहे और मजदूरी कर रहे 33 बांग्लादेशियों को सीआईडी, आईबी और नीमराणा थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है।
200 रुपये में बांग्लादेशियों को बनाया भारतीय
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए बांग्लादेशियों में 11 महिलाएं हैं और 11 बच्चे शामिल हैं। दरअसल गिरफ्त में आए बांग्लादेशी विजय नूरे ने बताया कि उसने मांजरी कस्बे में ई-मित्र पर फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनवा लिया था। उसने खुलासा किया कि 200 रुपये में फर्जी दस्तवेजोंं के आधार पर पश्चिमी बंगाल के पते पर आधार कार्ड बनवाया गया और बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय बना दिया गया।
आईबी को मिली थी सूचना
आईबी इंटेलिजेंस को नीमराणा क्षेत्र में अवैध रूप से बांग्लादेशियों के रहने की कई दिनों से सूचना मिल रही थी। इसके बाद आज पुलिस और सीआईडी टीम की संयुक्त कार्रवाई करते हुए ईंट भट्टे पर दबिश दी। सीआईडी टीम के प्रभारी अधिकारी बलदेव राज और अन्य खुफिया एजेंसियों के पुलिसकर्मी जांच में जुटे है। साथ ही भारत में किस तरह से प्रवेश किया और एजेंट के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पकड़े गए बांग्लादेशी महिला-पुरूषों से नीमराणा थाने में पूछताछ जारी है।