भोपाल की सड़कों पर लगे पोस्टर, पूर्व सीएम कमल नाथ को बताया गया करप्शन नाथ, बारकोड भी लगाया गया
मध्य प्रदेश में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। यह चुनाव बेहद ही रोचक रहने वाले हैं। चुनावी टक्कर मुख्यतः भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच होगी। कर्नाटक चुनावों में जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस आत्मविश्वास से भरी हुई है, उसे भरोसा है कि वह एमपी में भी कर्नाटक जैसा प्रदर्शन दोहरा सकेगी। इस आत्मविश्वास के पीछे उनकी अभी से शुरू हुई तैयारियां एक बड़ा कारण हैं। चुनाव अभियान की कमान खुद कमल नाथ और दिग्विजय सिंह ने संभाली हुई है।
वहीं इसी बीच भोपाल की सड़कों के किनारे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ पोस्टर लगे हैं। इन पोस्टरों में कमलनाथ को वांटेड बताया गया है। उन्हें करप्शन नाथ कहने के साथ बारकोड भी है। इन पोस्टरों पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं और कार्रवाई की मांग की है। राजधानी के कई इलाकों की दीवार और बिजली के खंभों पर ऐसे पोस्टर लगे हैं, जिसमें कमलनाथ को वांटेड बताया गया है और उनकी सरकार के 15 माह के शासनकाल में हुए घोटालों का भी जिक्र किया गया है। कई पोस्टरों पर तो बारकोड भी है।
बीजेपी को अपनी सत्ता जाती हुई दिख रही- अरुण यादव
इन पोस्टरों को लेकर कांग्रेस ने भाजपा और प्रदेश सरकार पर बड़ा हमला बोला है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट कर कहा, “भाजपा द्वारा कमल नाथ के आपत्तिजनक पोस्टर लगाना बता रहा है कि भाजपा में घबराहट है, सत्ता जाते हुए दिख रही है तो बौखलाहट में आपत्तिजनक पोस्टर लगवा रहे हैं। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि पोस्टर लगाने वालों को तत्काल गिरफ्तार कर कठोर कार्यवाही करें।”
भाजपा द्वारा आदरणीय @OfficeOfKNath जी के आपत्तिजनक पोस्टर लगाना बता रहा है कि भाजपा में घबराहट है, सत्ता जाते हुए दिख रही है तो बौखलाहट में आपत्तिजनक पोस्टर लगवा रहे हैं ।
मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूँ कि पोस्टर लगाने वालों को तत्काल गिरफ्तार कर कठोर कार्यवाही करें ।@INCMP— Arun Subhash Yadav (@MPArunYadav) June 23, 2023
यह पोस्टर किसने लगाए यह तो कमल नाथ ही बता सकते- बीजेपी
वहीं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि “यह पोस्टर किसने लगाए यह तो कमलनाथ ही बता सकते हैं, मगर किसी पर इस तरह के टैग लगाना, इस तरह का अर्थ है कि आप करप्ट नाथ थे, आपने मध्य प्रदेश को भ्रष्टाचार में डुबोया था, उसका परिणाम है कि जनता इस रुप में उसका प्रकटीकरण कर रही है।”