September 22, 2024

थोक महंगाई 8 साल के निचले स्तर पर पहुंची, जून में थोक मुद्रास्फीति निगेटिव जोन में पहुंची

वाणिज्य मंत्रालय के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत के थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति जून में गिरकर माइनस 4.12 प्रतिशत हो गई, जो मई में माइनस 3.48 प्रतिशत थी। डब्ल्यूपीआई में गिरावट खनिज तेल, खाद्य उत्पाद, धातु, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और वस्त्रों की कीमतों में गिरावट के कारण है। यह लगातार तीसरा महीना है जब थोक मुद्रास्फीति नेगेटिव है। माइनस 4.12 प्रतिशत पर डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति अक्टूबर 2015 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है, जब यह माइनस 4.76 प्रतिशत तक गिर गई थी।

कमोडिटी इंडेक्स में महीने-दर-महीने गिरावट 

खाद्य, ईंधन सस्ता होने से राहत मिली 

खाद्य, ईंधन एवं विनिर्मित उत्पादों की कीमतें कम होने से जून में थोक मुद्रास्फीति की दर में गिरावट आई। ईंधन एवं बिजली खंड की मुद्रास्फीति जून में 12.63 प्रतिशत घट गई जबकि मई में इसमें 9.17 प्रतिशत की कमी आई थी। समीक्षाधीन अवधि में विनिर्मित उत्पादों की थोक मुद्रास्फीति में 2.71 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि मई में यह 2.97 प्रतिशत घटी थी। मंत्रालय ने विज्ञप्ति में कहा कि जून के महीने में थोक मुद्रास्फीति की दर में गिरावट आने का मुख्य कारण खनिज तेल, खाद्य उत्पादों, मूल धातुओं, कच्चे तेल एवं प्राकृतिक गैस और कपड़ों की कीमतों में आई कमी है।


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