शर्मनाक! यूपी: गोद में बच्चा, कंधे पर ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर भटकता रहा पिता, इलाज के लिए करते रहे मिन्नतें

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Agra

चिलचिलाती धूप, मां की गोद में मासूम, बच्चे के मुंह पर ऑक्सीजन मास्क, पिता के कंधे पर ऑक्सीजन का सिलेंडर और बच्चे के इलाज को अस्पताल में चक्कर लगाते लाचार मां-बाप। यह शर्मनाक हकीकत है एसएन मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग की। बुधवार को औलाद की जिंदगी के लिए मां-बाप सर्जरी बिल्डिंग से रेडियोलोजी तक और ओपीडी से बाल रोग विभाग तक करीब एक घंटे भटकते रहे।

एसएन मेडिकल कॉलेज में बदइंतजामी मरीजों की जान पर भारी पड़ रही है। राजाखेड़ा निवासी सूरज पुत्र रतन सिंह अपनी पत्नी और भाई के साथ आठ माह के बच्चे को लेकर एसएन पहुंचा। बच्चे का पेट फूल रहा था, सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। बाल रोग विभाग ने बच्चे को जांचों के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेज दिया। फिर यहां से बच्चे को लेकर मां-बाप सिलेंडर कंधे पर रख करीब 400 मीटर पैदल चलकर रेडियोडाइग्नोसिस विभाग पहुंचे। इसके बाद यहां मिन्नते करने पर बच्चे की जांच हुई। फिर बाल रोग विभाग गए, जहां बच्चे को भर्ती किया गया।

मामले की शिकायत पर प्रमुख अधीक्षक डॉ. अजय अग्रवाल ने बाल रोग विभाग से स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं बाल रोग के विभागध्यक्ष डॉ. राजेश्वर दयाल का कहना था कि मैं अपना पक्ष प्राचार्य के सामने रख चुका हूं। उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया। प्राचार्य डॉ. सरोज सिंह के कार्यालय में संपर्क किया तो वह नहीं थीं।

इस घटना से पूर्व इमरजेंसी में ऑक्सीजन मास्क लगी हालत में बुजुर्ग मां के साथ ऑक्सीजन सिलेंडर कंधे पर रखे बेटे की बेबसी सामने आई थी।

यह है नियम
नियमानुसार, एसएन में ऑक्सीजन सिलेंडर वार्ड ब्वॉय को स्टैंड मशीन से लेकर जाना चाहिए। साथ ही गंभीर बच्चों की जांचें विभाग में ही होनी चाहिए। गंभीर मरीजों के लिए रेडियोलॉजिकल जांचें तत्काल होने की सुविधा है।

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