भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच हरेंद्र को पुरुष टीम की कमान
भारतीय हॉकी में मंगलवार का दिन उलटफेर भरा रहा। महिला हॉकी टीम के कोच हरेंद्र सिंह को पुरुष हॉकी टीम का मुख्य कोच बनाया गया तो पुरुष टीम के कोच शोर्ड मेरिजेन को कॉमनवेल्थ खेलों में खराब प्रदर्शन के चलते दोबारा महिला टीम की बागडोर सौंप दी गई। इसका ऐलान हॉकी इंडिया ने मंगलवार को किया है। वहीं हॉलेंड निवासी शोर्ड की महिला हॉकी टीम कोच पद पर दोबारा वापसी हुई है। पुरुष टीम कॉमनवेल्थ में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई थी, यह फेरबदल ऑस्ट्रेलिया के गोल्डकोस्ट में हुए उसी कॉमनवेल्थ खेलों को ध्यान में रखकर किया गया है।
यहां यह बताना जरूरी हो जाता है कि हरेंद्र 2009 से 2011 तक पहले भी भारतीय पुरुष टीम के कोच रह चुके हैं। हरेंद्र के मार्गदर्शन में भारतीय जूनियर पुरुष टीम ने 2016 में वर्ल्ड कप जीता था और महिला टीम गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में चौथे स्थान पर रही। इसके अलावा महिला टीम ने पिछले साल जापान में नौवां महिला एशिया कप खिताब भी जीता।
शोर्ड मेरिजेन के मार्गदर्शन में पुरुष टीम गोल्ड कोस्ट में पदक जीतने में नाकाम रही थी। कॉमनवेल्थ गेम्स में साल 2006 के बाद पहली बार भारतीय पुरुष हॉकी टीम पदक के बिना लौटी है। वहीं महिला हॉकी टीम ने बीते वर्ष हुए सेमीफाइनल में बेहतर प्रदर्शन किया था। इसके अलावा शोर्ड का कहना है कि महिला टीम का कोच दोबारा बनने के बाद वह बहुत उत्सुक हैं। उनका कहना है कि जिस बढ़िया खेल का प्रदर्शन महिला टीम बीते 6 मीहे ने कर रही है वह उसे और अच्छा करने पर ध्यान देंगे। और अब उनका ध्यान केवल 2018 में होने वाले महिला हॉकी वर्ल्ड कप पर होगा।